आगरा। सिकंदरा थाना क्षेत्र के रहने वाले एक युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी थी। जान देने से पहले उसने फेसबुक पर लाइव होकर कहा कि चचेरे भाई ने झूठा मुकदमा उसके और उसके पिता के खिलाफ दर्ज कराया था। पुलिस को यह बात पता थी फिर भी पुलिस ने समझौते के नाम पर रुपए लिए और पैसे लेने के बाद ही कोई राहत नहीं दी। युवक ने दरोगा केशव शांडिल्य पर रिश्वत लेने के आरोप लगाए थे। दरोगा के खिलाफ सिकंदरा थाने में मुकदमा दर्ज हो गया है।
मांगरोल जाट निवासी कृष्ण मुरारी पुत्र देवेंद्र परमार सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा था। 14 मई को कृष्ण मुरारी के पिता के चचेरे भाइयों विक्रम और लाखन में आपस में झगड़ा हुआ था। मामले में लाखन के बेटे मोनू की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में कृष्ण मुरारी, विक्रम, देवेंद्र, हरिशंकर को नामजद कराया गया था। कृष्ण मुरारी का कहना था कि झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है।
कृष्ण मुरारी ने पुलिस को तमाम दलीलें दी कि मुकदमा झूठा लिखा गया है। क्षेत्रीय पुलिस सुनने को तैयार नहीं थी। पुलिस ने कृष्ण मुरारी और उसके परिजनों से समझौता कराने के लिए रिश्वत मांगी। कर्जा लेकर परिजनों ने पुलिस को रिश्वत दी। इसके बाद भी पुलिस ने समझौता नहीं कराया। युवक ने लाइव वीडियो में कहा है कि मैं सुसाइड करने जा रहा हूं। दरोगा केशव की बदली हुई है, उसने धोखा दिया। वह 12 हजार ले गया और राजीनामा नहीं कराया। उल्टा उसे पाबंद और कर दिया। इंस्पेक्टर सिकंदरा विनोद कुमार ने बताया कि दरोगा केशव शांडिल्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच शुरू कर दी गई है। जांच में सामने आया है कि तीन पब्लिक के लोगों ने पुलिस के नाम पर पैसे लिए थे। तीनों से पूछताछ की जाएगी कि उन्होंने पुलिस को पैसे दिए थे या नहीं?