आगरा। डिजिटल उपस्थिति के विरोध में सोमवार को सातवें दिन भी शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन व बहिष्कार जारी रहा। यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) के द्वारा प्रदेश स्तर पर किये गए विभागीय असहयोग की घोषणा धरातल पर प्रभावी सिद्ध हो रही है। जहां एक तरफ शिक्षक सड़क पर आंदोलनरत हैं। वहीं दूसरी तरफ शिक्षक लगातार विभागीय व्हाट्सएप्प ग्रुप से लेफ्ट हो रहे हैं। जनपद के करीब दो हजार शिक्षकों ने अपने आपको विभागीय व्हाट्सएप्प ग्रुप से बाहर कर लिया है। इसी क्रम में प्रतिनियुक्ति के पदों से त्यागपत्र का भी सिलसिला लगातार जारी है।
सोमवार को ब्लॉक एत्मादपुर के 40, फतेहाबाद के 44 व बाह के 25 संकुल शिक्षकों ने अपने पद से इस्तीफा खण्ड शिक्षा अधिकारी को सौंप दिया। यह भी तय किया गया कि संगठन के जिलाध्यक्ष केशव दीक्षित के नेतृत्व में शिक्षक आगामी तीन दिनों में जनप्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। जिला अध्यक्ष केशव दीक्षित ने उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि जब तक शिक्षकों को 30 ईएल, हाफ सीएल, प्रतिकर अवकाश इत्यादि आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जाती तबतक शिक्षक डिजिटल उपस्थिति कदापि नहीं देंगे। उन्होंने शिक्षाधिकारियों को भी चेतावनी दी है कि यदि शिक्षकों को विभागीय कार्यवाही का भय दिखाकर मानसिक दबाव डालकर ऑनलाइन उपस्थिति के लिए टॉर्चर किया तो परिणाम ठीक नहीं होंगे। जिला महामंत्री राजीव वर्मा ने बताया है कि पदाधिकारियों की ब्लॉकवार टीम गठित कर दी गयी हैं और आगामी तीन दिन में टीम के सदस्य जनपद भर के सभी संकुल शिक्षक से त्यागपत्र दिलवाने का प्रयास करेंगे।
ज्ञापन देने वालों में जिला कोषाध्यक्ष अशोक जादौन सहित वरिष्ठ उपाध्यक्ष केके शर्मा, धर्मेंद्र चाहर, राजबहादुर, आनन्द शर्मा, सुनील धनकर, नरायन हरि यादव, निधि वर्मा, नीलम रघुवंशी, निधि श्रीवास्तव, विवेक अग्रवाल, वीना वर्मा, पूजा खंडेलवाल, सुशील शर्मा, राजीव रावत, विजय, ज्योति बदादा, पूनम शर्मा, रामकुमार शर्मा, अशोक शर्मा, अमित राजौरिया, तरुण चाहर, अनिल उपाध्याय, प्रवेश शर्मा, अनिल, सौरभ, संजीव शर्मा आदि मौजूद रहे। पदाधिकारियों ने जनपद के बीआरसी केन्द्र पर शिक्षकों से संपर्क कर यूटा के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राठौर के द्वारा की गई विभागीय असहयोग की अपील से अवगत कराते हुए उनसे प्रतिनियुक्ति के पद यथा- एआरपी व शिक्षक संकुल के पद से तत्काल त्यागपत्र देने का अनुरोध किया।