आगरा। पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह का नाती युवती व उसके पिता को कार से कुचलने के प्रयास के मामले में फरार चल रहा है। उस पर 25 हजार का इनाम भी है। रविवार को शाहगंज थाना पुलिस ने पूर्व मंत्री के घर पर कुर्की की मुनादी की। कुर्की का नोटिस घर पर चस्पा किया।
15 अप्रैल की रात शाहगंज के कोठी मीना बाजार रोड पर पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह के नाती दिव्यांश चौधरी ने जूता व्यवसाई विवेक महाजन और उनकी बेटी पर कार चढाने का प्रयास किया था। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। स्वजन और पड़ोसियों ने सड़क पर जाम लगा दिया था। पुलिस ने आरोपित पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही दिव्यांश फरार है। स्थानीय न्यायालय से राहत नहीं मिलने पर हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। हाई कोर्ट ने आरोपित को 21 दिन में स्थानीय न्यायालय में समर्पण करने को कहा था। शाहगंज थाना पुलिस ने 21 दिन तक आरोपी के समर्पण करने का इंतजार किया। इस दौरान दिव्यांश चौधरी के अधिवक्ता ने मुकदमा खारिज करने के लिए एक और याचिका दायर की जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। इधर पुलिस ने कुर्की पूर्व उद्घोषणा के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया था। न्यायालय ने कुर्की पूर्व उद्घोषणा का आदेश जारी कर दिया है। इसी क्रम में पुलिस आरोपी के घर मुनादी करने के लिए गई।
रसूखदारों को बचने का मौका दे रही आगरा पुलिस
यह पहला मामला नहीं है जब पुलिस ने रसूखदार आरोपी को बचाव के लिए समय दिया हो। इसके पहले बोदला के चर्चित जमीन कांड में डकैती के मुख्य की गिरफ्तारी भी पुलिस नहीं कर पाई थी। गैर जमानती वारंट लिए। इनाम घोषित किया। लेकिन अंतत: दोनों गिरफ्तारी पर स्थगनादेश ले आए। इसी तरह दबिश के दौरान सिकंदरा में अधिवक्ता सुनील शर्मा की मौत के मामले में अधिवक्ताओं के आंदोलन के बाद भी आरोपियों की धरपकड़ के लिए प्रयास नहीं किया। इस मुकदमे में तत्कालीन थाना प्रभारी न्यू आगरा सहित कई पुलिसकर्मी नामजद हैं। नतीजा रहा कि जांच ही सीबीसीआईडी को ट्रांसफर हो गई।