आगरा। बरहन के रहने वाले एक किसान का साला एक नाबालिग लड़की को लेकर चला गया था। इसके चलते हाथरस के सादाबाद थाने की पुलिस उसे उठा ले गई। थाने में उसे तीन दिन तक थर्ड डिग्री दी गई। वहां से लौट के आने के बाद पुलिस के दोबारा उठाने के डर से उसने आत्महत्या कर ली। परिजनों और ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। हाथरस के अपर पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन दिया।
गांव रूपधनू के रहने वाले संजय को सादाबाद थाना पुलिस 9 जून की रात उठाकर ले गई थी। उसे 11 जून तक सादाबाद थाने में रखकर थर्ड डिग्री दी गई। इसके बाद शांति भंग में चालान कर दिया गया। संजय को धमकी दी गई थी 22 जून तक अगर उनका जो साला लड़की भगा कर ले गया है, वह नहीं मिली तो उसे फिर से बुलाया जाएगा। इसी डर से संजय ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। सूचना पर एकत्रित हुए ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। पेड़ से शव उतरने से रोक दिया। ग्रामीणों ने कहा दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। मृतक के भाई प्रमोद ने बताया सादाबाद थाने के दरोगा ने हमसे एक लाख रुपये की भी डिमांड की थी। बोला था कि रुपए दे दोगे तो केस में तुम्हारा और बेटे का नाम नहीं आएगा। हाथरस के अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह भी मौके पर आए, उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने शव को उतरने दिया। इधर हंगामे की सूचना पर अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी भी मौके पर पहुंचे।