आगरा। इंडियन काउंसिल ऑफ केमिस्ट के वार्षिक अधिवेशन में तृतीय दिन देश के कोने कोने से आए वैज्ञानिकों ने अपने नए नए शोध को लेकर विचार एवं शोधपत्र की प्रस्तुति दी।
मुख्य अतिथि केंद्रीय विधि मंत्री डॉ. एसपी बघेल ने सभी प्रोफेसर से अपील की शोध के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी निभाने के लिए आगे आएं।
कुलपति प्रो. आशु रानी ने उत्तम कोटि के शोध की वर्तमान की आवश्यकता बताई। अध्यक्ष आईसीसी प्रो. जीसी सक्सेना ने युवा वैज्ञानिकों को समाज और आमजन के जीवन को आसान करने हेतु शोध करने के लिए प्रेरित किया।
प्रो. कमलेश श्रीनिवास ने केलोरिमेट्री का उपयोग करके खाने में आयरन की मात्रा का पता लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य प्रस्तुत किया। साथ ही उन्होंने नैनो टेक्नोलॉजी के उपयोग से समझाया की आखिर गोल्ड का रंग पीला और सिल्वर का रंग सफ़ेद क्यों होता है।
डा. शिवानी चौधरी ने एग्रीकल्चर और किचन वेस्ट से नेनोसेलुलोस बनाने का विचार दिया। यामिनी पटेल ने कहा कि हमने फ्यूज पेरोल बनाया है, जिसका उपयोग एंटी कैंसर , एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में उपयोग किया जा सकता है। यह आमजन के लिए वरदान साबित होगा। समारोह के दौरान कुलपति महाराजा सूरजमल विश्वविद्यालय प्रो. राजेश धाकरे, प्रो. देवेंद्र कुमार, प्रो. गौतम जैसवार, डॉ. अमित अग्रवाल, प्रो. आशीष, डॉ. विनोद कुमार, डा. भूपेंद्र सिंह, चेतन गोतम आदि उपस्थित रहे।