आगरा। सदर क्षेत्र के लाल नाथ की समाधि मठ में 12 मई को संदिग्ध अवस्था में मृत मिले मठाधीश योगी चैतन्य नाथ का शव मंगलवार को समाधि से निकाला गया। शव का पोस्टमार्टम करवा कर मृत्यु की वजह की जानकारी की जाएगी। इसके बाद स्वजन मठ परिसर में उठावनी और नखावली संस्कार करेंगे।
योगी चैतन्य नाथ के भाई मुन्ना मिश्रा ने बताया कि भाई की संदिग्ध अवस्था में मृत्यु के बाद संतों ने उनको समाधि दे दी थी। बाद में उन्हें पता चला कि भाई लहूलुहान अवस्था में मिले थे। उनका मोबाइल, एटीएम और अन्य सामान गायब था।
जानकारी करने पर मोबाइल की लोकेशन दिल्ली और प्रतापगढ़ मिली थी। बैंक ने उनके एटीएम कार्ड से लगातार निकासी होने के बारे में बताया था। उन्होंने अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी से न्याय की गुहार लगाई थी। अपर पुलिस आयुक्त के निर्देश पर सदर थाना पुलिस की टीम गठित कर जांच शुरू की गई है।
मंगलवार सुबह स्वजन और संतों की मौजूदगी में समाधि से शव निकाला गया। शाम को उठावनी और नखावली संस्कार होंगे। पुलिस को पूरी उम्मीद है कि 23 मई को ब्रह्म भोज से पहले पुलिस मौत की गुत्थी को सुलझा लेगी।