फिरोजाबाद। दो चरण के चुनाव के बाद फिरोजाबाद जिले का सियासी पारा चढ़ने लगा है। योगी और अखिलेश यादव की जनसभाओं ने चुनाव का रंग और चटक कर दिया है। फिरोजाबाद की 5 विधानसभा सीटों की धुंधली तस्वीर अब साफ होने लगी है। कहीं सीधी टक्कर है तो कहीं त्रिकोणीय मुकाबला है।
– सदर सीट पर त्रिकोणीय मुक़ाबले की तस्वीर बनी हुई। यहां मुस्लिम वोटों के विभाजन का लाभ भाजपा लेने की कोशिश में जुटी है। सदर सीट पर भाजपा से वर्तमान विधायक मनीष असीजा चुनाव लड़ रहे हैं। सपा से छुट्टन भाई और बसपा से पूर्व विधायक अजीम भाई की पत्नी शाजिया मैदान में हैं। AIMAIM से गोल्डी राठौर चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले दिनों AIMAIM के सुप्रीमों असीउद्दीन औवेसी ने यहां जनसभा करके मुस्लिम वोटरों में जोश भर दिया। गोल्डी राठौर मुख्य मुकाबले में तो नहीं हैं, लेकिन मुस्लिम और राठौर वोटों में सेंध लगाकर बड़े दलों का समीकरण बिगाड़ रहे हैं। सदर सीट पर भाजपा, सपा और बसपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
– टूंडला सीट पर भी त्रिकोणीय समीकरण दिख रहा है। भाजपा के प्रेमपाल सिंह धनगर, सपा के राकेश बाबू और बसपा के बीच मुकाबला है।
– शिकोहाबाद में भाजपा के ओमप्रकाश वर्मा, सपा के डा. मुकेश वर्मा और बसपा के डा. अनिल यादव के बीच मुकाबला है। भाजपा और सपा के प्रत्याशी निषाद हैं, इन दोनों की जंग में बसपा सधे हुए कदमों से सीट निकालने की कोशिश कर रही है।
– सिरसागंज में भाजपा के हरिओम यादव और सपा के सर्वेश यादव के बीच सीधा मुकाबला दिख रहा। यहां बसपा मुकाबले को त्रिकोणीय नहीं बना पा रही है।
– जसराना सीट पर भाजपा और सपा के बीच सीधा मुकाबला दिख रहा है। भाजपा से मानवेन्द्र प्रताप लोधी और सपा के सचिन यादव के बीच सीधी टक्कर दिख रही है। बसपा के सूर्यप्रताप सिंह मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
खास बात यह है कि जिले की पांच सीटों में कांग्रेस एक भी सीट पर मुख्य मुकाबले में नहीं है। कांग्रेस चुनाव की रस्मअदायगी की भूमिका में दिख रही है।