ऋषि चौहान
एटा। आज हुए मतदान में सुबह सर्द हवा तेज चल रही थी, लेकिन मतदाताओं का जोश ठाठे मार रहा था। मतदान के दौरान ना हवा थी ना लहर थी और ना आंधी। जातीयता की दौड़ में दल हो या मतदाता सभी पूरी तरह सराबोर नजर आ रहे थे। मतदान के दौरान बुलडोजर गर्मी चर्बी सभी का असर दिख रहा था।
कोर वोटर में जुनून नजर आ रहा था। बाबा के सजातीय ठाकुर वोटर भाजपा के कमल के फूल के पीछे लामबंद दिखे तो अति पिछड़ा वर्ग भी केसरिया रंग में नजर आया। यादव और मुस्लिम वोटर साइकिल पर सवार नजर आया तो बसपा का वोटर हाथी का साथी नजर आया। साइलेंट वोटर की भी चुप्पी टूटी। यही खामोश मतदाता जिसके भी पक्ष में जाएगा उसी की जीत होगी बढ़ा हुआ मतदान यह गवाही दे रहा है कि खेला हो चुका है।
हिजाब और घूंघट की ओट में फर्जी वोटिंग की भी कोशिशें खूब हुई। गंजडुंडवारा में 9 लोगों की गिरफ्तारी इस बात की गवाही दे रही है संगीनों के साए में फोर्स के अतिरेक के चलते मतदान के दौरान अनुशासन नजर आया। ऐसे में बाहुबलियों के मंसूबे अधूरे रह गए।
जीत का जुनून तो भाजपा और सपा के खेमे में दिखा। हाथी तो सपा का खेल बिगाड़ता हुआ नजर आया। भाजपा को अगर पुरानी कामयाबी मिलेगी तो इसमें हाथी का साथ बहुत जरूरी होगा। आज का मतदान वर्ष 2012 और 2017 से अलग नजर आया किसी की भी जीत आसान नजर नहीं आ रही। अलीगंज, मारहरा और जलेसर में 66 प्रतिशत से ज्यादा मतदान खेला होने की गवाही दे रहा है। एटा सदर में उम्मीद के विपरीत कम मतदान से प्रत्याशियों की पेशानी पर परेशानी की लकीरें नजर आ रही थीं।