आगरा। लोहामंडी के गोकुलपुरा में देर रात दो पक्षों में झगड़ा हो गया। झगड़े ने बवाल का रूप ले लिया। पथराव और फायरिंग भी जमकर हुई। एक दुकान में आग भी लगा दी गई। फायरिंग के दौरान एक महिला के हाथ में गोली लग गई जिसे उपचार के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। डीसीपी सिटी सहित कई अधिकारी मौके पर हैं।
घटना रात करीब साढ़े नौ बजे की है। प्रजापति और वाल्मीकि समाज के लोग आमने-सामने आए। दोनों ही पक्ष घटना के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। बताया जा रहा है कि फायरिंग में विनोद प्रजापति की पत्नी लक्ष्मी जख्मी हुई हैं। उनके हाथ में गोली लगी है। बवाल करने वालों ने पूर्व पार्षद राजेश प्रजापति के भाई वीरेंद्र प्रजापति की परचून की दुकान में आग लगा दी।
उत्तर प्रदेश सफाई मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष भुल्ले नरवार का आरोप है कि उनकी बस्ती में पानी नहीं आता। प्रजापति समाज की तरफ सबमसर्बिल और टंकी लगी है। समाज के बच्चे रात करीब साढ़े सात बजे टंकी पर हाथ धोने गए थे। पूर्व पार्षद राजेश प्रजापति के भाई वीरेंद्र प्रजापति ने बच्चों को पीटकर वहां से भगा दिया। घटना के विरोध में उनके पक्ष के कुछ लोग जमा हुए। शिकायत लेकर राजेश प्रजापति के पास गए। दूसरा पक्ष वहां एकजुट हेा गया। हमला बोल दिया। पथराव शुरू हो गया। मारपीट होने लगी। लाठी-डंडे निकल आए। पथराव से बस्ती में दहशत फैल गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर छिपने लगगे। कुछ ही देर में गली और आंगन ईंट-पत्थरों से अट गए।
वहीं दूसरी तरफ राजेश प्रजापति पक्ष का आरोप है कि उनकी तरफ का एक बच्चा गली में खड़ा था। दूसरे पक्ष वालों ने उसे पीट दिया। उन्होंने मारपीट करने वालों को वहां से खदेड़ दिया। कुछ देर बाद वे भीड़ के साथ आए। आते ही हमला बोल दिया। पथराव किया। बवाल के बाद पुलिस को पता चला कि लक्ष्मी नाम की महिला के हाथ में गोली लगी थी। सफाई मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष भुल्ले नरवार और उनका बेटा बल्लू भी जख्मी हुए हैं।
डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि घटना की वजह शराब पीकर हंगामा बताई जा रही है। पुलिस बवाल करने वालों को चिन्हित कर रही है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इधर सात मई को आगरा में मतदान है। आगरा छावनी बना हुआ है। बाहर से फोर्स आया है। गली-मोहल्लों में पैदल मार्च चल रहा है। ऐसे माहौल में बवाल हुआ है। सवाल उठा है कि आखिर पुलिस की सक्रियता है किधर। आचार संहिता में इस बस्ती से कितने लोग पाबंद किए गए थे। पुलिस अब उनके खिलाफ क्या कार्रवाई करेगी। दुकान में आग किसने लगाई। गोली किसने चलाई थी। देर रात तक पुलिस तक यह पता नहीं चल सका था।