(डीएलए ब्यूरो )
फिरोजाबाद। जिले की पांच विधानसभा सीटों पर चुनावी बिसात बिछ गई है। प्रमुख दलों ने प्रत्याशी तय कर दिए हैं। ताजा आकलन में बागी सभी दलों के लिए मुश्किल बने हैं। सभी सीटों पर भीरतघात करने वाले भी अपना पैंतरा चल रहे हैं।
बात शुरू करते हैं सदर विधानसभा सीट से। यूं तो मौजूदा विधायक मनीष असीजा अभी सबसे मजबूत स्थिति में हैं, लेकिन बागी और भीतरघाती उनकी राह में कांटे बिछाए हुए हैं। पार्टी के तमाम नेता उनसे नाराज हैं। हांलाकि उनके साथ की डैमेज कंट्रोल टीम सभी को मनाने में जुटी है।
यहां यह बात भी चुनाव के नजरिए से महत्वपूर्ण है कि मेयर और विधायक के बीच की अनबन
अभी तक दूर नहीं हुई है। गौर करने वाली बात यह है कि मेयर पक्ष के लोग चुनावी प्रचार में नजर भी नहीं आ रहे हैं।
सदर सीट पर सपा ने छुट्टन भाई को प्रत्याशी बनाया है। सपा ने यकायक पूर्व विधायक अजीम भाई का पत्ता काट दिया। अजीम भाई अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे थे। टिकट की शर्त पर ही वह प्रसपा छोड़ कर सपा में आए थे। उन्होंने पत्नी के साथ तूफानी प्रचार शुरू कर दिया था। अब टिकट न मिलने से वह बागी तेवर अपनाए हुए हैं। पिछले दिनों उनके दो वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए। वीडियो में उन्होंने टिकट न मिलने पर सपा को सबक सिखाने के संकेत दे दिए हैं। इतना ही नहीं उनकी पत्नी ने नामांकन पत्र भी खरीद लिया है। यहाँ सपा का गणित एआईएमआईएम भी बिगाड़ रही है।
कांग्रेस ने ब्राह्मण कार्ड खेला है और संदीप तिवारी को टिकट दिया है। इससे टिकट की कतार में लगे खासे लोग नाराज हैं। ये खुलकर तो विरोध नहीं कर रहे लेकिन भीतरघात की राह पर चल पड़े हैं।
बसपा ने सदर सीट पर नया चेहरा बबलू कुमार गोल्डी को मैदान में लाकर अंदरखाने का विरोध थाम लिया है।