आगरा। शाहगंज थाना पुलिस की कार्यशैली लगातार सवालों के घेरे में छाई हुई है। बीते दिनों पुलिस कर्मियों ने चोरों के गैंग को वसूली कर थाने से छोड़ दिया था। इस बार एक युवक को चौकी पर बंधक बनाकर रखा गया। उसके साथ मारपीट की गई। पॉक्सो में जेल भेजने की धमकी दी गई। घबराए परिजनों से पैसे वसूलने के बाद उसे छोड़ दिया। पुलिस कमिश्नर के संज्ञान में मामला आने पर उन्होंने तत्काल गोपनीय जांच कराई। जांच में पुलिसकर्मियों के दोषी पाए जाने के बाद देर रात डीसीपी के द्वारा चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
सराय ख्वाजा चौकी क्षेत्र में रहने वाला एक युवक एक युवती के साथ रेस्टोरेंट में खाना खाने गया था। बताया जा रहा है कि यहां पर दो पुलिसकर्मी किशोर और आकाश सांगवान पहुंचे। उन्होंने युवक को किशोरी से बातचीत करते हुए देखकर युवक से कहा चौकी पर चलो। युवक को चौकी पर लाकर बंधक बना लिया गया। यहां पर इन दोनों पुलिसकर्मियों के साथ एसआई जितेंद्र और हेड कांस्टेबल जावेद भी मिल गए। चारों के द्वारा युवक से कहा गया की नाबालिग के साथ पकड़े गए हो। तुम्हें पॉक्सो में जेल भेज दिया जाएगा। अगर पुलिस के झंझट से बचना चाहते हो तो हमारी डिमांड पूरी कर दो। युवक के परिजन भी चौकी पर बुला लिए गए। युवक को छोड़ने के नाम पर उनसे डिमांड की गई। पैसे के लिए मारपीट भी की गई। पैसे वसूलने के बाद युवक को छोड़ दिया गया और कहा गया कि किसी को कुछ बताना मत। पीड़ित परिवार रोते हुए घर चला गया। पीड़ित परिवार ने पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड से मामले में शिकायत की। पुलिस कमिश्नर ने शिकायत को बेहद गंभीरता से लिया। शिकायत मिलने के दस मिनट के अंदर ही एक आईपीएस व एसीपी लोहामंडी को तत्काल मौके पर भेजा। पुलिस कमिश्नर ने कहा उन्हें जांच रिपोर्ट भी तत्काल चाहिए। वह अपने कार्यकाल में पीड़ितों का शोषण किसी हाल में नहीं होने देंगे। इसके बाद खलबली मच गई। आईपीएस व एसीपी लोहामंडी को को चौकी पर आता देखकर दो पुलिसकर्मियों ने युवक के पिता को पेट्रोल पंप के पास बुलाया और रिश्वत में लिए गए रुपए वापस करते हुए प्यार भरी धमकी दी कि अगर किसी को बताया तो अच्छा नहीं होगा। उनसे कहा कि हमारी जांच शुरू हो गई है अभी साहब बुलाएंगे तो अच्छा-अच्छा बोलना। इधर जांच के लिए भेजे गए आईपीएस और एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने आधे घंटे में ही दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। उन्होंने चारों पुलिसकर्मियों को रिश्वत लेकर युवक को छोड़े जाने के मामले में दोषी पाया। इधर युवक के पिता को भी चौकी पर बुलाकर पूछा गया क्या आपसे पैसे लिए गए थे तो उन्होंने पूरी बात बता दी। इसके बाद जांच अधिकारियों ने कमिश्नर और डीसीपी को रिपोर्ट सौंप दी।
कमिश्नर आए फुल फॉर्म में, ताबड़तोड़ कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गोड़ भ्रष्टाचार को लेकर काफी सख्त अधिकारी माने जाते हैं। एत्माउद्दौला में भी उन्होंने आईपीएस को भेजकर जुआ पकड़वाया था। इसके बाद सोमवार को सराय ख्वाजा प्रकरण में आईपीएस और एसीपी को भेजकर गोपनीय जांच करने के बाद कार्रवाई कराई। चर्चाएं हैं कि आने वाले दिनों में पुलिस कमिश्नर की इसी प्रकार निलंबन व लाइन हाजिर की ताबड़तोड़ कार्रवाई देखने को मिलेंगी। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि जिन-जिन थाना क्षेत्र में जुआ- सट्टा होता हुआ मिल गया और वहां के पुलिसकर्मी संलिप्त पाए गए तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इसके साथ ही जो पुलिसकर्मी भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए उन पर भी कड़ी कार्रवाई होगी। पूर्व में पुलिस कमिश्नर भ्रष्टाचार में संलिप्त 56 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर बड़ा उदाहरण भी पेश कर चुके हैं।
एक मामला संज्ञान में आने के बाद उसकी जांच कराई गई। सराय ख्वाजा चौकी के एसआई जितेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल किशोर श्रीवास्तव, हेड कांस्टेबल जावेद, हेड कांस्टेबल आकाश सांगवान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
सूरज राय, डीसीपी सिटी