आगरा। आगरा में राम नवमी के दिन गोकशी के मामले में हंगामा करने और गलत मुकदमा दर्ज कराने वाले हिंदूवादी नेता को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिए हैं। जेल भेजने वालों में हिंदू महासभा के पदाधिकारी संजय जाट, जितेंद्र कुशवाहा, सौरभ शर्मा और बृजेश भदौरिया शामिल हैं।
30 मार्च को नवरात्रि का आठवां दिन था। अगले दिन निकलने वाली शोभायात्रा की तैयारी चल रही थीं। इधर भगवान टॉकीज पर इस दिन माहौल खराब करने की तैयारी चल रही थी। हिंदूवादी नेताओं ने गौतम नगर में गोकशी होने पर हंगामा किया था। जितेंद्र कुशवाहा ने एत्माद्दौला थाने में नदीम सहित चार आरोपियों खिलाफ गोकशी का मुकदमा दर्ज कराया था। इंस्पेक्टर एत्माद्दौला राजकुमार ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि गोकशी की साजिश में संजय जाट और उसके साथी शामिल थे, उन्होंने विरोधी गुट को फसाने के लिए ऐसा किया है। इस पर पुलिस ने दो आरोपियों को जेल भेज दिया था। संजय जाट, जितेंद्र कुशवाहा, सौरभ शर्मा और बृजेश भदौरिया वांछित थे। बुधवार को इनको भी जेल भेज दिया गया है।
नदीम उर्फ झल्लू का अपनी बुआ के लड़के नकीम से विवाद था। इसलिए वह उसे किसी भी कीमत पर उसको फंसाना चाहता था। इसके लिए उसने शानू, इमरान, सलमान, सौरभ शर्मा, ब्रजेश भदौरिया और अजय के साथ मिलकर गाय काटने की प्लानिंग की। इधर हिंदूवादी नेताओं के जेल जाने के बाद खलबली मच गई है। एसीपी छत्ता राकेश कुमार सिंह ने बताया कि साजिश के मास्टरमाइंड अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश प्रवक्ता संजय जाट हैं।