खारकीव। वैसे तो भारत सरकार लगातार यूक्रेन से भारतीयों को निकालने में जुटी है लेकिन रूस के निशाने पर खारकीव शहर भी है, जो उसका दूसरा बड़ा शहर है। इस शहर पर रूस लगातार बमबारी कर रहा है। खारकीव में भारत के तीन हजार बच्चे हैं, जो वहां पढ़ाई करने गए हैं। खारकीव शहर रूस की सीमा से मात्र कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है, इसलिए यह पुतिन की सेना के निशाने पर सबसे पहले आ गया था। भारतीय बच्चों की हालत बहुत खराब है और उन्हें 24 में से 23 घंटे तक बंकर में रहना पड़ रहा है।
खारकीव में फंसे एक भारतीय डॉक्टर ने मीडिया को बताया कि खारकीव में हालात बहुत खराब है। खाने-पीने की बहुत दिक्कत है और हम छात्रों को खाना दे रहे हैं लेकिन हमारे पास अब एक या दो दिन का ही खाना बचा है। उन्होंने कहा कि खारकीव से रोमानिया और पोलैंड बहुत दूर हैं और हम वहां जा नहीं सकते हैं क्योंकि पूरी ट्रेन भर गई हैं। डॉक्टर ने कहा कि हमें यहां से निकालने के लिए रूस ज्यादा करीब है और सरकार हमारी मदद करे।