आगरा। शनिवार को खेरागढ़ में सिपाही को गोली मारने वाले खनन माफिया से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। एक के पैर में गोली लगी है। पकड़ा गया दूसरा आरोपी 10 हजार का इनामी है। मुख्य आरोपी सत्य प्रकाश अभी पुलिस की पकड़ से दूर है, उसे तलाशने के लिए कई टीमें लगी हुई हैं।
खेरागढ़ में शनिवार को बालू से भरी ट्रॉली कीचड़ में फंस गई थी। इसकी सूचना पर एसआई वरदानी लाल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखकर खनन माफिया ने गोलियां चलाईं। सिपाही अजय कुमार के सिर में गोली लगी। जब इंस्पेक्टर जीप से घायल सिपाही को लेकर आगरा आ रहे थे, तो भी माफिया और उसके गुर्गों ने उनकी गाड़ी में ट्रैक्टर से टक्कर मारी। हैरानी की बात यह थी कि पुलिस एके-47 से लैस थी और खनन माफिया के पास तमंचा था। फिर भी पुलिस डर की वजह से भाग गई। घायल सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसका उपचार चल रहा है। 18 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने सात गुर्गे पकड़ लिए थे।
एसीपी खेरागढ़ इमरान अहमद ने बताया कि मंगलवार सुबह पुलिस चेकिंग कर रही थी। थाना पुलिस को सूचना मिली कि दस हजार रुपए का इनामी बदमाश प्रदीप अपने भाई के साथ भागने की फिराक में है। पुलिस ने काली माता के मंदिर के पास दोनों की घेराबंदी कर दी। पुलिस को देखकर उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में राजू के पैर में गोली लग गई। पुलिस ने उसके भाई प्रदीप को भी पकड़ लिया।