आगरा। दलितों की राजधानी कही जाने वाली ताजनगरी में जहां एक समय बसपा काफी मजबूत मानी जाती थी। उसी बसपा का हाल बुरा हो चला है। एक के बाद एक पुराने पदाधिकारी अन्य पार्टी में शामिल होकर बसपा को झटका दे रहे हैं। बुधवार को पूर्व जिला अध्यक्ष मलखान सिंह व्यास कई कार्यकर्ताओं के साथ आजाद समाज पार्टी में शामिल हुए।
बसपा को आगरा जिले में वजूद दिलाने वाले पुराने पदाधिकारी बसपा को एक-एक कर छोड़कर जा रहे हैं। शुरुआत धर्म प्रकाश भारती से हुई। वहीं एक समय बसपा सुप्रीमो मायावती के खासम खास रहे सुनील चित्तौड़ के आजाद समाज पार्टी में जाने के बाद तो बसपा छोड़कर आजाद समाज पार्टी में आने वाले बसपा कार्यकर्ताओं की लाइन लग गई है। सुनील चित्तौड़ आजाद समाज पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष हैं। उनके जाने के बाद अभी हाल ही में 10 दिन पहले जिला अध्यक्ष और मंडल कोऑर्डिनेटर रहे संतोष आनंद भी आजाद समाज पार्टी में चले गए हैं, उनसे पहले श्याम प्रकाश बोधी और मुकेश जाटव भी आजाद समाज पार्टी में शामिल हो गए थे। 35 साल तक बसपा में रहे डॉ. मलखान सिंह व्यास बुधवार को आजाद समाज पार्टी में शामिल हो गए हैं। वह पूर्व में जिला प्रभारी, मंडल कोऑर्डिनेटर और जिला अध्यक्ष रहे हैं। बसपा के जिला महासचिव देवी सिंह भी 30 से 35 साल तक बसपा में रहे। वह बसपा के मजबूत सिपाही माने जाते थे। अब वह भी आजाद समाज पार्टी में आ गए हैं, उनके साथ सौरभ दयाल भी बसपा को छोड़ आए हैं। वर्तमान समय में अगर बसपा में पुराने पदाधिकारी की बात करें तो वहां सिर्फ गोरेलाल जाटव रह गए हैं। बाकी सभी बड़े पदाधिकारी अन्य राजनीतिक संगठनों में चले गए हैं। इनमें डॉ. धर्मपाल सिंह, गुटियारी लाल दुबेश, भगवान सिंह कुशवाह, देवेंद्र सिंह चिल्लू, आजाद सिंह आदि शामिल हैं। डॉ. धर्मपाल सिंह बसपा से दो बार चुनाव लड़े और विधायक बने। वहीं लंबे समय तक बसपा में रहने वाले आजाद सिंह भी जिला अध्यक्ष और मंडल कोऑर्डिनेटर रहे हैं। वह वर्तमान में समाजवादी पार्टी में हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था। चर्चाएं हैं आने वाले दिनों में और भी कई कार्यकर्ता आजाद समाज पार्टी या अन्य दलों में शामिल होंगे।