नई दिल्ली। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पूरी दुनिया वहां तबाही का मंजर देख रही है और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आक्रामक रवैये को देखकर हर कोई इस बात को लेकर आशंकित है कि कहीं यह विश्वयुद्ध का स्वरूप न ले ले। रूस का सबसे घनिष्ठ मित्र देश होने के नाते दुनिया की नजर भारत की भूमिका पर भी टिकी है। इस मुद्दे पर पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा कहा कि सबकी चिंता यही है कि कहीं यह विश्वयुद्ध में तब्दील न हो जाए और विश्वयुद्ध होने का मतलब है परमाणु युद्ध। यह होता है तो और कितने लोग मारे जाएंगे, उसकी कोई गिनती नहीं होगी। इसलिए, पश्चिमी देश खासकर जिनका प्रभाव यूरोप में है, वे नहीं चाहते हैं कि संघर्ष इतना बढ़ जाए कि उनकी सेना को इसमें भाग लेना पड़े। नाटो ने एक सही रास्ता पकड़ा है। वह संघर्ष नहीं बढ़ाना चाहता। लेकिन इसका दूसरा पक्ष भी है। वह यह कि एक बहुत ही शक्तिशाली देश और उसकी सेना ने एक छोटे से देश पर आक्रमण कर दिया है तथा उसकी स्वतंत्रता को चुनौती दे रहा है। यह सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनों के विपरीत है। ऐसे में अगर ज्यादा शक्तिशाली देश, कम शक्तिशाली देश को झुका दे और अपनी बात मानने के लिए मजबूर कर दे तो फिर यह जंगलराज हो जाएगा। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद जो भी एक अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था बनी है, वह समाप्त हो जाएगी। ऐसे में भारत और इसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस का साथ दे रहे हैं, जो गलत रास्ते पर चल रहा है। यह उचित नहीं है।
हमें इस बात को स्वीकार करना होगा कि पश्चिमी देशों की तरफ से भी बहुत उकसाया गया (यूक्रेन को)। रूस को घेरकर रखने की उसकी (पश्चिमी देशों) जो मंशा है…वह यूक्रेन को नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) में शामिल कर रूस को घेरने की तैयारी कर रहे थे। यूक्रेन में बहुत बड़े-बड़े परमाणु संयंत्र हैं और इसका यूक्रेन के साथ-साथ रूस के लिए भी काफी महत्व है। इसी सबसे चिंतित होकर रूस ने आक्रमण कर दिया। मेरा यह कहना है रूस की चिंता सही थी लेकिन उसका तरीका गलत है। उनको (रूस) कोशिश करनी चाहिए थी कि बातचीत से रास्ता निकले। बातचीत से रास्ता निकालने में अगर दूसरे देशों की मदद उन्हें चाहिए थी तो वह भी लेनी चाहिए थी। जैसे अभी फ्रांस के राष्ट्रपति कोशिश कर रहे हैं। रूस, भारत की सेवाओं का इस्तेमाल भी कर सकता था। वह भारत से हस्तक्षेप करने को कह सकता था। वह भारत को कह सकता था कि वह इस दिशा में कोशिश करे ताकि रूस की सुरक्षा पर खतरा न हो।