-गौरव प्रताप सिंह-
आगरा। डॉ. भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय के द्वारा नैक से अच्छा ग्रेड लेने के लिए जो एसएसआर रिपोर्ट दाखिल की गई थी, वह सवालों के घेरे में है। शिक्षाविद, समाजसेवी और छात्र इसे पढ़ने के बाद आश्चर्यचकित हैं। रिपोर्ट में कई आंकड़े ऐसे हैं जो रिपोर्ट तक सीमित हैं, धरातल पर नहीं। कुछ लोगों के द्वारा इस रिपोर्ट को हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी की जा रही है। भविष्य में इस रिपोर्ट पर विश्वविद्यालय के कई जिम्मेदारों की गर्दन फंस सकती है।
बता दें कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नैक में निरीक्षण के लिए आवेदन किया गया था। निरीक्षण से पहले एसएसआर रिपोर्ट दाखिल की थी। यह सवालों के घेरे में है। इसमें विश्वविद्यालय ने अतिथि और संविदा शिक्षकों को भी स्थाई शिक्षक बना दिया है। उन लोगों के भी शिक्षक की सूची में नाम दे दिए हैं जो विश्वविद्यालय में शिक्षक छोड़िए चपरासी भी नहीं है। रिपोर्ट में सीड मनी के तहत कई शिक्षकों को लाखों रुपए की दी गई राशि दिखाई गई है। यह राशि शोध करने के लिए खर्च की जाती है। बताया जा रहा है शिक्षकों को यह राशि मिली भी नहीं है और रिपोर्ट में 23 बार करोड़ों रुपए की शिक्षकों को सीड मनी दी गई है। कुछ शिक्षकों से बात की गई तो वह बोले हमें तो पता ही नहीं है, यह राशि कब हमें दी गई थी। क्या इस पैसे का गबन तो नहीं कर लिया गया? यह सवाल खड़े हो रहे हैं।
इधर रिपोर्ट में कई मिनिट्स ऐसी लगाई गई हैं जो जांच के घेरे में हैं। 23 सितंबर 2022 को कुलपति प्रोफेसर आशु रानी की उपस्थित लखनऊ की एक बैठक में निदेशक iqac द्वारा दिखाई गई है। जबकि कुलपति ने एक अक्टूबर 2022 को चार्ज लिया था।
कुलपति बनने से पहले वह बैठक में कैसे थीं? यह सवाल खड़े हो रहे हैं। 23 सितंबर 2022 को कुलपति की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय में एक बैठक हुई है। यह भी सवालों के घेरे में है। जब वह कुलपति ही नहीं बनी थीं तो यह बैठक कैसे हो गई?
यह दोनों मिनिट्स नैक में दाखिल की गई हैं। यह भी सभी को हैरान कर रही हैं। विश्वविद्यालय के पूर्व कर्मचारी वीरेश कुमार के द्वारा भी नैक को शपथ पत्र पर शिकायत की गई थी कि विश्वविद्यालय ने कई कूटरचित दस्तावेज लगाए हैं। टीम ने शिकायत की जांच नहीं कराई और वह विश्वविद्यालय में निरीक्षण पर आ गई है।
आज सात सदस्यीय टीम निरीक्षण पर
आज नैक की सात सदस्यीय टीम विश्विद्यालय में निरीक्षण पर है। यह 26 अक्टूबर तक रुकेगी। सभी कैंपस का निरीक्षण करेगी। आज सुबह कुलपति प्रोफेसर आशु रानी ने टीम के सदस्यों का विश्वविद्यालय में स्वागत किया। नैक के द्वारा विश्वविद्यालय को इस बार कौन सा ग्रेड मिलेगा। इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। 2017 में बी प्लस प्लस ग्रेड मिला था। जो टीम आई हुई है उसमें कश्मीर के इस्लामी इंस्टीट्यूट आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के पूर्व कुलपति प्रो. मुश्ताक अहमद सिद्दीकी चैयरमेन हैं। इनके अलावा जामिया मिलिया इस्लामिया के प्रो. रविंद्र कुमार, एमएसयू बड़ोदरा के प्रो. ईश्वर चंद्र पंडित, वीर सुरेंद्र साईं यूनिवर्सिटी आफ टेक्नोलॉजी के डॉ. देवदत्त मिश्र, शंकराचार्य यूनिवर्सिटी के संस्कृत के प्रो. वीजी गोपालाकृष्णन, आरटीएमयू महाराष्ट्र के प्रो. नरेश गायकवाड और डॉ. एमजीआर शैक्षिक एवं अनुसंधान संस्थान के प्रो. वेलनकन्नी सीरिल राज हैं।