आगरा। कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक का एसटीएफ के द्वारा वीजा और पासपोर्ट निरस्त करा दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है जिससे वह कहीं विदेश ना चले जाएं।
कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक के खिलाफ लखनऊ के इंदिरा नगर थाने में भ्रष्टाचार सहित कई अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। एफआईआर के खिलाफ वह लखनऊ हाईकोर्ट में भी गए हैं। मामले में 10 नवंबर को सुनवाई होगी।
प्रोफेसर विनय कुमार पाठक जहां-जहां कुलपति रहे हैं उन सभी जगहों पर उनके कृत्यों की एसटीएफ के द्वारा जांच की जा रही है। एकेटीयू सहित कुछ विश्वविद्यालय से कई ऐसे मामले एसटीएफ के संज्ञान में आए हैं जिससे कुलपति की मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ सकती हैं। कुलपति के मामले खुलने के बाद उनसे जुड़े लोग भी घबराए हुए हैं। क्योंकि कई लोगों को लगता था उनके ऊपर सबसे बलशाली कुलपति का हाथ है।