आगरा। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग कर रही एक छात्रा रविवार को हरी पर्वत थाना क्षेत्र में निर्वस्त्र हालत में मिली।11 अगस्त को युवती ने सिकंदरा थाने में अपने सीनियर शिवांश सिंह के खिलाफ दुराचार का मुकदमा लिखाया था। रविवार सुबह सड़क किनारे उसके पड़े होने पर निर्लज लोग वीडियो बनाते रहे। किसी ने उसकी आबरू नहीं ढकी। दो महिलाओं ने युवती को संभाला। उसे एक क्लीनिक में ले गईं। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
युवती विवि के खंदारी कैंपस से इंजीनियरिंग कर रही है। 11 अगस्त को सिकंदरा थाने में उसने दुराचार के मुकदमे में सीनियर रहे शिवांश सिंह पर दुराचार का आरोप लगाया था। प्रारंभिक जांच में पुलिस को घटना फर्जी लगी थी। आरोपित जम्मू आईआईटी से एमटेक कर रहा है। घटना के समय उसने अपने जम्मू में होने के प्रमाण दिए थे। मुकदमे में पुलिस जांच कर रही थी। युवती पिछले दो-तीन दिन से हाईवे स्थित दयालबाग पुलिस चौकी के पास आ रही थी। सुबह करीब दस बजे युवती ने पहले चौकी के बाहर हंगामा किया। उसके बाद पैदल मऊ रोड पर आई। एक चाय की दुकान के बाहर अपने कपड़े उतार दिए। यह देख दुकानदार घबरा गए। सड़क पर मौजूद लोग वीडियो बनाने लगे। दो महिलाओं ने युवती को संभाला। उसे एक क्लीनिक के अंदर ले गईं। कपड़े पहनाए। घटना की जानकारी समाजसेवी नरेश पारस को मिली। सूचना पर पुलिस आ गई। पुलिस समझ नहीं पा रही थी कि युवती को कहां लेकर जाए। नरेश पारस ने इस मामले में एसीपी सदर सुकन्या शर्मा से बात की। कहा कि युवती को अकेले नहीं छोड़ा जा सकता है। यहां वह अकेली रहती है। युवती की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उसे इलाज की जरूरत है। युवती को पुलिस के सहयोग से मानसिक स्वास्थ्य संस्थान ले जाया गया। वहां उसे भर्ती कराया गया है।