आगरा। सोमवार रात हुई आबिद की हत्या के मामले में पुलिस ने सात हत्यारोपियों को देर रात तक गिरफ्तार कर लिया था। दो हत्यारोपी सुबह तक फरार हैं। पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए लगी हुई है। इसके साथ ही कई जिलों का फोर्स शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगाया गया है।
बता दें कि सोमवार रात 7:30 बजे रेलवे लाइन के पास में आबिद निवासी मंटोला घायल हालत में पड़ा था। क्षेत्रीय लोग और परिवारीजन उसे अस्पताल में उपचार के लिए ले गए। यहां चिकित्सकों ने परिवारजनों से थाने से चिट्ठी लाने पर ही इलाज करने की बात कही। परिवारीजन मंटोला थाने में गए तो उनसे कहा गया कि जो घटनास्थल है वह रकाबगंज थाने में आता है। वह वहां जाएं। परिवारीजन थाने में पहुंचे तो उनसे कहा गया कि आप मंटोला थाने में ही जाइए। परिवारीजन इधर से उधर घूमते रहे। इसी बीच इलाज के अभाव में घायल की मृत्यु हो गई। मृत्यु होने के बाद पुलिस सतर्क हुई प्रथम दृष्टया सामने आया कि जुआ खेलने के दौरान मृत्यु हुई है। बाद में पता चला कि रंजिशन हत्या की गई है। इसके बाद आनन-फानन में रकाबगंज थाने में आठ लोगों को नामजद करते हुए हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। आठ में से छह लोगों की पुलिस ने गिरफ्तारी कर ली है। इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति का नाम भी प्रकाश में आया था उसकी भी गिरफ्तारी कर ली है। नामजदों में संतोष और धर्मेंद्र की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। सुबह एक बजे तक उन्हें पकड़े जाने के लिए दबिश जारी थी। दोपहर 1:00 बजे के बाद मृतक का अंतिम संस्कार होगा।
हत्यारोपी कालू से थी रंजिश
पुलिस जांच में सामने आया है कि आबिद ने दिवाली पर कालू के साथ मारपीट की थी। कालू ने बताया है कि मारपीट में उसका जबड़ा टूट गया था। इसके बाद वह आबिद से बदला लेने के लिए लगा हुआ था। कल रात उसने अपने साथियों के साथ आबिद को पकड़ लिया और उस पर लकड़ी की पाटियों से हमला बोल दिया। पुलिस ने असलाह कत्ल भी बरामद कर लिया है।