आगरा। पुलिस किस प्रकार किसी परिवार के लिए मसीहा बन जाती है। इस बात का जीता जागता उदाहरण इरादत नगर की पुलिस है। यहां के कोतवाल पहली बार मसीहा नहीं बने हैं। पूर्व में भी उन्होंने अचानक गायब हुए एक बालिका और एक बालक को चंद घंटे के अंदर बरामद कर दिखाया था। बालिका तो कुएं में गिर गई थी। गायब होने के 72 घंटे के बाद इंस्पेक्टर को सूचना मिली थी। इंस्पेक्टर ने 6 घंटे के अंदर उसे खोज निकाला था। इस बार इंस्पेक्टर ने आधी रात सूचना मिलने के बाद तत्परता दिखाते हुए दो मासूम भाईयों को खोज निकाला है।
बता दें कि बीती रात अजमेरी गांव के दो मासूम बच्चे एक का नाम अरमान उम्र 7 साल दूसरे का नाम सलमान उम्र 9 साल शाम को 6:00 बजे अचानक कहीं गायब हो गए। दोनों की मां का पूर्व में निधन हो चुका है। दादा और पिता के द्वारा उन्हें पाला जा रहा है। दोनों के गायब होने पर खलबली मच गई। दादा और ग्रामीणों के द्वारा उन्हें चार घंटे तक खोजा गया लेकिन वह नहीं मिले। इसके बाद दादा ने इंस्पेक्टर इरादत नगर राकेश कुमार से उनके गायब होने की शिकायत की। इंस्पेक्टर ने तत्काल प्रभाव से तीन टीमें बनाई और उन्हें खोजना शुरू कर दिया। रात को 1:00 बजे दोनों बच्चे इंस्पेक्टर को एक कूलर के अंदर सोते हुए मिले। दोनों को मच्छर काट रहे थे। दोनों के ही शरीर पर फटे हुए कपड़े थे। दोनों की हालत को देखकर इंस्पेक्टर के आंसू छलक उठे। इंस्पेक्टर ने रात में ही एक दुकान खुलवाई और वहां से कपड़े लेकर दोनों को कपड़े पहनाए। दोनों बच्चों को पुलिस ने अपनी तत्परता से तीन घंटे के अंदर बरामद कर लिया। यह देखकर ग्रामीणों के द्वारा पुलिस की सराहना की जा रही है।
गांव में ही एक स्विमिंग पूल भी बना हुआ है। पुलिस को लगा था कि दोनों बच्चे उसमें तो नहीं कूद गए हैं।
एक दरोगा सर्वेश कुमार वर्दी उतारकर स्विमिंग पूल में कूद गए और दोनों बच्चों को तलाशा।
इंस्पेक्टर इरादतनगर राकेश कुमार की बात करें तो वह गुमशुदा लोगों के लिए मिसाल बनते जा रहे हैं। पूर्व में जब वह शमसाबाद थाने में तैनात थे तो वहां ऊंचा गांव में रहने वाली एक 12 साल की बालिका गायब हो गई थी। परिजनों के द्वारा पुलिस को 72 घंटे बाद उसके गायब होने की सूचना दी गई। इंस्पेक्टर राकेश कुमार के दिमाग में आया कि बस स्टेशन पर खोजने की जगह उसे गांव के कुआं में खोजा जाए। इंस्पेक्टर ने टॉर्च लेकर उसे खोजना शुरू कर दिया। इंस्पेक्टर हर कुएं में लाली लाली आवाज लगाने लगे। एक कुएं में से बालिका ने पुकार लगाई, जिसके बाद बालिका को कुएं से बाहर निकाला गया। यह कुआं करीब 100 फुट गहरा था। ग्रामीणों का कहना था कि इसमें जहरीले सर्प भी रहते हैं। बालिका ने भी बाहर आने के बाद बताया था कि उसके सिर के ऊपर से बार-बार सर्प निकलते थे लेकिन उसे एक भी बार काटा नहीं, जिस समय बालिका को बाहर निकाला गया था उस समय नवदुर्गा चल रहे थे। सभी ने बालिका के बचने की बात को दैवीय चमत्कार माना था और माध्यम इंस्पेक्टर राकेश कुमार को। इसके बाद इरादतनगर में कुछ दिनों पहले एक 12 साल का किशोर गायब हो गया। परिजनों के द्वारा इंस्पेक्टर से शिकायत की गई। किशोर बीरालपुरा गांव का रहने वाला था। इंस्पेक्टर ने उसे 24 घंटे के अंदर ग्वालियर जाकर बरामद कर लिया, जिसके बाद परिजनों ने इंस्पेक्टर को मसीहा का नाम दे दिया था। डीसीपी पश्चिम सोनम कुमार ने पुलिस कमिश्नर की तरफ से बच्चों को बरामद करने वाली टीम को 25 हजार का इनाम दिया है।