आगरा। आगरा कमिश्नरेट में बेहतर पुलिसिंग कायम करने के लिए जहां पुलिस कमिश्नर जी तोड़ प्रयास कर रहे हैं वहीं उनके इन प्रयासों को इंस्पेक्टर और चौकी प्रभारी सफल नहीं होने दे रहे। इसके चलते पुलिस कमिश्नर ने अपने तेवर सख्त कर लिए हैं। सभी एसीपी को हिदायत दे दी है कि वह आज अपने थाना प्रभारी और चौकी प्रभारियों को बता दें की वह सीयूजी फोन उठाना शुरू कर दें। इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों और फरियादियों के साथ अभद्रता करना भी बंद कर दें। अगर उन्होंने अपनी कार्य शैली में हिदायत के बाद भी सुधार नहीं किया तो कार्रवाई का डंडा चलेगा।
पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड के द्वारा बुधवार को सभी डीसीपी और एसीपी के साथ बेहतर कानून व्यवस्था कायम करने को लेकर बैठक की गई। बैठक में उन्होंने कहा कि कई विवेचनाएं लंबे समय से पेंडिंग हैं। उन्होंने कड़े रूप में कहा कि 6 महीने से जो पुरानी विवेचनाएं हैं, उन्हें जल्द से जल्द अभियान चला कर खत्म किया जाए। मीटिंग में वह सबसे ज्यादा इस बात को लेकर नाराज थे कि इंस्पेक्टर और चौकी प्रभारी सीयूजी फोन नहीं उठाते हैं, उनका फोन बजता रहता है लेकिन उन पर कोई असर नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर और चौकी प्रभारी फोन उठाना शुरू कर दें। इसके बाद भी नहीं सुधरे तो उन्हें उनके पद से हटा दिया जाएगा। पुलिस कमिश्नर ने यह भी कहा कि उनके पास लगातार शिकायतें आ रही हैं कि इंस्पेक्टर और चौकी प्रभारी जनप्रतिनिधियों और फरियादियों से सही व्यवहार नहीं करते। सीधे मुंह बात नहीं करते। इस पर उन्होंने सभी एसीपी से कहा वह सभी को समझा दें हर किसी से अच्छे तरीके से बात करनी है। खनन को लेकर भी उन्होंने कुछ थाना क्षेत्र का नाम लिया। इसमें एक नाम सिकंदरा थाने का भी था। पुलिस कमिश्नर ने एसीपी से कहा खनन की शिकायत उनके पास नहीं आनी चाहिए। उन्होंने मिशन शक्ति अभियान भी शुरू करने के निर्देश दिए।