-गौरव प्रताप सिंह-
आगरा। डॉ. भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय के प्रो वीसी प्रोफेसर अजय तनेजा को पूछताछ के लिए एसटीएफ ने लखनऊ में बुलाया है। सूत्रों का कहना है कि एसटीएफ को कई बिंदुओं पर उनसे पूछताछ करनी है। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि वह पूर्व कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक के खास लोगों में शामिल रहे हैं।
प्रो वीसी प्रोफेसर अजय तनेजा रसायन विज्ञान विभाग में तैनात हैं। पूर्व कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने कई सीनियर प्रोफेसरों को नजरअंदाज कर उन्हें प्रो वीसी बनाया था। प्रोफेसर विनय कुमार पाठक के कार्यकाल के दौरान वह उनके खास लोगों की सूची में शामिल थे। जो कार्य परिषद हुई थी उनकी मिनट्स पर पूर्व कुलपति प्रोफेसर पाठक के हस्ताक्षर नहीं थे। एसटीएफ के जांच करने के दौरान भी प्रति कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा ने उनकी जगह अपने हस्ताक्षर कर दिए थे। इससे पूर्व कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक के कई नियम विरुद्ध कार्य अगली कार्य परिषद में जाकर पास हो गए थे। प्रति कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा से आगरा टीम भी पूर्व में पूछताछ कर चुकी है। सूत्रों की माने तो उनसे पूछा गया था कि प्रोफेसर विनय कुमार पाठक का उनके पास व्हाट्सएप कॉल आता था या जनरल कॉल। प्रति कुलपति ने बताया था कि व्हाट्सएप ज्यादा आता था। इस पर एसटीएफ भी सोच विचार में पड़ गई थी। एसटीएफ कर्मियों का कहना था कि विश्वविद्यालय से जुड़ी हुई बातें तो जनरल कॉल पर भी हो सकती थी, उनमें गोपनीय जैसा कुछ नहीं है तो फिर व्हाट्सएप पर बातें क्यों होती थी। इसके अलावा उनसे यह भी पूछा था कि सेंट जॉन्स कॉलेज में जब कॉपी बदलने का प्रकरण हुआ था उस समय वह किसकी गाड़ी से वहां पहुंचे थे। प्रति कुलपति ने जवाब दिया था पड़ोसी की गाड़ी से। प्रति कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा को लखनऊ बुलाए जाने के बाद प्रोफेसरों के बीच में खलबली मची हुई है। पूर्व परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव और गणित विभाग के एक प्रोफेसर को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है।