आगरा। राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के मुखिया स्वामी प्रसाद मौर्य शुक्रवार को डौकी क्षेत्र में चुनावी सभा करने आए थे। मंच पर भाषण के दौरान उनके ऊपर एक युवक ने जूता फेंक दिया। इससे पहले मार्ग में उनके काफिले को रोक कर काले झंडे दिखाए गए और उनकी कार पर स्याही फेंकी गई। पुलिस ने जूता फेंकने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र में थाना डौकी क्षेत्र स्थित माता सती मंदिर पर अपनी पार्टी के प्रत्याशी होतम सिंह निषाद के समर्थन में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान जनता के बीच से एक युवक उठा और जब तक कोई कुछ समझ पाता उसने हाथ में जूता लेकर मंच की ओर फेंक दिया। हालांकि यह जूता मौर्य को न लग कर पोडियम के बराबर में लगे मोबाइल रिकार्डिंग स्टैंड से टकराया। अचानक हुई इस घटना से अफरा-तफरी मच गई। भागते हुए युवक को पुलिस ने तुरंत दबोच लिया और जनसभा स्थल से पकड़ कर थाने ले गई। थाना प्रभारी डौकी ने बताया गया कि पकड़े गए युवक का नाम धर्मेंद्र धाकरे है।
इससे पूर्व फतेहाबाद चौराहे पर अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले को काले झंडे दिखाए। उन्होंने कार पर स्याही भी फेंक दी। स्वामी प्रसाद मौर्य वापस जाओ के नारे लगना शुरू हो गए। पुलिस ने किसी तरह कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया, लेकिन गुस्सा शांत नहीं हो पा रहा था। पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तकरार भी हुई। विरोध प्रदर्शन करने वालों में अखिल भारत हिंदू महासभा के संजय जाट, मनीष पंडित, सौरभ शर्मा, अंकित चौहान, बाबू भाई, मनीष कुमार, महेंद्र महंत, राधेश्याम दास, शांति भाई, वीरेंद्र सिंह आदि शामिल थे। घटना के बाद योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष अजय तोमर ने वीडियो जारी कर जूता फेंकने वाले को संगठन का पदाधिकारी बताया। यह भी कहा कि सनातन धर्म को ढोंग कहने वाले और ब्राह्मणों को राक्षस कहने वाले व रामचरित मानस का अपमान करने वाले का ऐसे ही जूते से स्वागत किया जाएगा। ऐसे तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा। रामकृष्ण का अपमान करने वालों का यही हश्र किया जाएगा।
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा पिछले दिनों हिंदू धर्म को लेकर टीका-टिप्पणी की गई थी। प्रदर्शनकारियों में इसी बात को लेकर नाराजगी थी।