आगरा। डॉक्टर भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय का बुरा हाल है। एक तरफ कुलपति हालातों को सुधारने के लिए बैठक पर बैठक ले रहे हैं। दूसरी ओर परीक्षाओं के लिए समय से स्कीम भी जारी नहीं हो रही। आलम यह है कि स्कीम जारी कराने के लिए भी छात्रों और छात्र संगठनों को हंगामा करना पड़ रहा है। आज हंगामे के दौरान चीफ प्रॉक्टर से एनएसयूआई पदाधिकारियों की हाथापाई भी हो गई। खबर लिखे जाने तक पदाधिकारी स्कीम जारी कराने के लिए छात्रों के साथ प्रदर्शन कर रहे थे।
बता दें कि विश्वविद्यालय के हालात दिन पर दिन दिन खराब होते जा रहे हैं। यहां छात्रों को परीक्षाएं के लिए स्कीम जारी कराने के साथ ही रिजल्ट जारी करने के लिए भी हंगामा करना पड़ता है। आज बीएएमएस कोर्स के कई कॉलेजों के छात्र एनएसयूआई के गौरव शर्मा और प्रदेश महासचिव अंकुश गौतम के नेतृत्व में स्कीम जारी करने के लिए हंगामा करने पहुंचे। छात्रों का कहना था कि उन्होंने वर्ष 2017 में बीएएमएस में प्रवेश लिया था। विश्वविद्यालय 5 साल में केवल दो बार ही परीक्षाएं करा सका है, जबकि अभी तक उनको बीएएमएस पूरी हो जानी चाहिए थी। चार महीने से वह परीक्षा नियंत्रक के पास स्कीम जारी करने के लिए चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन परीक्षा नियंत्रक कोई सुनवाई नहीं कर रहे। आज एनएसयूआई पदाधिकारी छात्रों को लेकर कुलपति से मिलने के लिए जा रहे थे। इस बीच कुलपति सचिवालय से पहले का गेट बंद कर लिया गया। यहां चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर मनोज श्रीवास्तव और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष गौरव शर्मा के बीच हाथापाई हो गई। गौरव शर्मा का कहना था कि विश्वविद्यालय में अंधेर नगरी चल रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों का भविष्य चौपट करने का काम कर रहा है।
एक छात्र के आत्महत्या करने की बात आई सामने
आगरा। बीएएमएस के एक छात्र ने आज आत्महत्या भी कर ली है। साथी छात्रों का कहना है कि स्कीम जारी नहीं होने को लेकर उसने सदमे में आकर आत्महत्या की है। मामले की जानकारी के लिए इंस्पेक्टर राजेश पांडे से जानकारी की गई तो उनका कहना है कि पचोखरा में एक छात्र ने सुसाइड किया है। सुसाइड का कारण उन्हें पता नहीं है। पचोखरा थानाध्यक्ष संजुल पांडे का फोन लगाया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था।