एटा। आगरा रोड स्थित आराध्या अस्पताल में बुधवार को इलाज के दौरान एक महिला की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। हंगामा देख सभी डॉक्टर और कर्मचारी हास्पिटल में ताला लगाकर भागने का प्रयास कर रहे थे कि तभी दो लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
रिजोर थाना क्षेत्र के ग्राम सेनाकलां निवासी विक्रम सिंह पुत्र उदयवीर सिंह ने बताया कि उसने अपनी 23 वर्षीय बहन विनीता की शादी वर्ष 2018 में जनपद फिरोजाबाद के नसीरपुर थानान्तर्गत ग्राम बढ़ाईपुर निवासी सोमनाथ के पुत्र प्रदीप कुमार उर्फ पवन कुमार के साथ की थी। विनीता को बुखार आने के कारण सोमवार को एटा की कोतवाली नगर क्षेत्र के आगरा रोड स्थित ईशन नदी के पास आराध्या अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां पर डॉक्टर निखिल सिंह, नितिन कुमार और अस्पताल संचालक बंटू उर्फ प्रदीप कुमार यादव पुत्र रघु उर्फ रघुराज उर्फ अजयवीर सिंह यादव, रवि चौहान की देखरेख में विनीता का उपचार चल रहा था।
डॉक्टर ने कहा कि विनीता के अंदर खून की कमी है, इसके लिए 35 हजार रुपये जमा करा लिए गए। खून चढ़ाने के बाद विनीता की तबियत और बिगड़ गई। डाक्टर ने विनीता को दो इंजेक्शन लगाए, जिससे विनीता के मुंह से झाग आने लगा। आरोप है कि डाक्टर की लापरवाही से बुधवार को विनीता की मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। इस मामले की शिकायत करने की बात कही तो आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। मृतका के भाई ने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम गृह भेजते हुए दो लोगों को हिरासत में लिया है।