आगरा। डॉ. भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय के स्थाई कुलपति पद के लिए राजभवन ने चयन प्रक्रिया शुरू कर दी है। 31 मार्च तक इच्छुक योग्य शिक्षाविद ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
प्रोफेसर अशोक मित्तल को राजभवन ने विश्वविद्यालय का तीन साल के लिए स्थाई कुलपति बनाया था। प्रो. मित्तल पर भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे थे। राजभवन ने आरोपों की जांच करने के लिए कमेटी बनाई थी। जांच कमेटी ने आरोपों को सही पाते हुए उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी थी। प्रोफेसर मित्तल राजभवन की ओर से बड़ी कार्रवाई होने से बचने के लिए इस्तीफा देकर चले गए थे। इसके बाद राजभवन ने लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय को आम्बेडकर विश्वविद्यालय का कार्यवाहक कुलपति बनाया था। लखनऊ से आगरा की दूरी ज्यादा थी। इसलिए राजभवन ने कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक को कार्यवाहक कुलपति बना दिया। शनिवार को उन्हें विश्वविद्यालय में कार्यभार ग्रहण किए एक महीना हो गया है।
इधर राजभवन ने स्थाई कुलपति के लिए चयन प्रक्रिया शुरू कर दी है। अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश गुप्ता के द्वारा जारी किए गए पत्र के अनुसार 31 मार्च तक इच्छुक शिक्षाविद ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। स्थाई कुलपति का विज्ञापन जारी होने के बाद विश्वविद्यालय में खुशी की लहर है।