आगरा। नगर निगम की ओर से शाहगंज शंकरगढ पुलिया के आसपास के इलाके में अतिक्रमण हटाओं अभियान चलाया गया। इस दौरान रोड किनारे फुटपाथों पर अवैध रुप से दुकान लगाकर कारोबार कर रहे व्यापारियों को वहां से हटाया गया। इस दौरान लगभग चार दर्जन दुकानदारों के प्रतिष्ठानों के समक्ष डस्टबिन भी रखर्वाइ गयीं। दुकानदारों को हिदायत दी गई कि अगर उनके द्वारा कचरा आदि के लिए दुकानों के आगे डस्टबीन न रखवाई गयी तो उनके खिलाफ चालान की कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम के प्रवर्तन दल ने शुक्रवार सुबह शंकरगढ़ पुलिया के आसपास से सड़कों पर सामान रखकर बेचने वाले ठेल धकेल वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें वहां से हटवा दिया। अभियान से दुकानदारों में अफरातफरी मच गयी। अभियान का नेतृत्व कर रहे एसएफआई रामजी भइया ने चार दर्जन से अधिक दुकानों के आगे डस्टबीन रखवाईं। दुकानदारों से उन्होंने साफ कहा कि वे अपनी दुकानों के आगे डस्टबीन रखें वरना चालान भुगतने को तैयार रहें। गीला व सूखा कचरा अलग अलग डस्टबीन में एकत्रित करायें।
दुकानदारों को स्वयं रखनी होगी डस्टबीन
जेडएसओ राजीव बालियान ने बताया कि 2018 से पूर्व नगर निगम की ओर से लाखों की संख्या में हर वार्ड के सभी घरों में हरे और नीले रंग की दो दो डस्टविन बांटी गई थीं। इनमें एक में गीला व दूसरी में सूखा कचरा रखना होता था। लेकिन उत्तर प्रदेश सोलिडवेस्ट नियमावली 2023 में संशोधन के बाद सरकार की ओर से डस्टबीन बांटने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद भी घरों व दुकानों पर कचरे के लिए स्वयं ही डस्टबीन रखना अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसा न करने पर पांच सौ रुपये प्रतिदिन के हिसाब से चालान का प्रावधान किया गया है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में न तो घरों में और न ही दुकानदार डस्टबीन का उपयोग कर रहे हैं। घरों और दुकानों का कूड़ा सड़क या नाले नालियों में फैंका जा रहा है। इससे निपटने के लिए सभी वार्डों में 25 सफाई और खाद्य निरीक्षकों की टीमें नियुक्त की गयी हैं। ये टीमें रोजाना विभिन्न वार्डों में जाकर चेकिंग कर रहे हैं।
शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखना हम सभी का कर्तव्य है। नागरिक कूड़े को नाली या घरों के बाहर फेंकने के बजाय डस्टबिन में डालें।
अंकित खंडेलवाल, नगर आयुक्त