मास्को। यूक्रेन में भीषण हमलों के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने एक बड़ा बयान दिया है। लावरोव ने कहा कि यूक्रेन के साथ कुछ समझौतों पर सहमति बन रही है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के न्यूट्रल स्टेटस पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जा रहा है। लावरोव का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी कहा था कि अब रूस की ओर से ज्यादा यथार्थवादी मांगें की जा रही हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट रूप से संकेत दे दिया है कि उनका देश नाटो में शामिल नहीं होने जा रहा है।
रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि यूक्रेन के पास ऐसे हथियार नहीं होने चाहिए जिससे रूस को खतरा पैदा हो। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के पास ऐसे हथियार नहीं होने चाहिए जिससे रूस को खतरा हो। हम ऐसे हथियारों पर समन्वय करने के लिए तैयार हैं जो हमें खतरा नहीं पैदा करेंगे। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के साथ चल रही बातचीत कठिन है। लावरोव ने कहा कि कुछ अन्य मुद्दे हैं जो महत्वपूर्ण हैं। इसमें यूक्रेन के अंदर रूसी भाषा का प्रयोग और अभिव्यक्ति की आजादी शामिल है।
इससे पहले जेलेंस्की ने कहा था कि हम वर्षों से सुन रहे हैं कि किस तरह से नाटो में शामिल होने के दरवाजे खुले हुए हैं लेकिन अब सुन रहे हैं कि हम प्रवेश नहीं कर सकते हैं। और यह सत्य है और इसे निश्चित रूप से स्वीकार करना होगा। मुझे इस बात की खुशी है कि हमारे लोग इसे समझना शुरू कर चुके हैं और खुद पर और उन भागीदारों पर भरोसा कर रहे हैं जो हमारी मदद कर रहे हैं। इस बीच ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी ने दावा किया है कि रूस देश के अन्य हिस्सों से सेना को यूक्रेन बुला रहा है।