आगरा। फर्जी दस्तावेज बनाकर जमानत देने वाले गैंग के सात सदस्यों को एसटीएफ ने पकड़ा है। यह जमानत करवाने के नाम पर 40 हजार रुपये लेते थे।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि जेल में बंद लोगों की जमानत कराने के लिए एक गिरोह सक्रिय है। यह फर्जी दस्तावेज बनाकर जमानत कराता है। गैंग के दो सदस्य इस समय दीवानी के आसपास हैं। मुखबिर की निशानादेही पर पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने उनके अन्य पांच साथियों को भी पकड़ लिया। गैंग का सरगना अश्विनी है। उसने बताया कि जेल में बंद वह लोग जिनका दीवानी में केस चल रहा होता था उनसे संपर्क करते थे। 40 से 50 हजार में जमानतदार देने की बात कहते थे। जमानत के लिए फर्जी दस्तावेज मिराज हुसैन तैयार करता था। बंटी और प्रहलाद ने बताया कि फर्जी जमानती बनने पर उन्हें 500 रुपये और पार्टी मिलती थी। मोहित और मयंक गुप्ता फर्जी मोहर तैयार करवाते थे। अश्विनी ने बताया कि उसके चार साथी हरिओम, कमल, अशोक और ममता भी उनके साथ शामिल हैं। अश्वनी ने बताया कि उसने कुछ दिन पहले गैंगस्टर एक्ट में बंद अजय की भी जमानत दी है।