आगरा। एक प्रोफेसर को एसटीएफ ने पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के दौरान शुरुआत में तो वह एसटीएफ के सामने अपनी इमानदारी की मिसाल देता रहा। वहीं एसटीएफ ने जैसे ही उससे वह सवाल किए जिनमें वह लिप्त है तो वह भीगी बिल्ली बन गया। इधर पूछताछ के बाद शिक्षकों द्वारा उससे पूछा जा रहा है कि आपसे क्या पूछा था तो वह बोल रहा है कि मैं तो इस्तीफे की धमकी दे आया हूं। कह आया हूं कि मैं तो इस्तीफा दे रहा हूं।
कई प्रोफेसर भी एसटीएफ की रडार पर चल रहे हैं। एसटीएफ के द्वारा उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जाता रहता है। विशेष सूत्रों का कहना है कि इन प्रोफेसरों से जुड़ी एक-एक जानकारी एसटीएफ के पास में है। प्रोफेसर भी इस बात को लेकर तनाव में हैं कि एसटीएफ को उनके बारे में सब कुछ कैसे पता चल गया है। एक प्रोफेसर से एसटीएफ ने बुलाकर पूछताछ की थी। प्रोफेसर ने एसटीएफ को कई मामले में गोलमोल जवाब दिये हैं, ऐसी चर्चाएं हैं। प्रोफेसर की चालाकी को देखकर एसटीएफ भी समझ गई है। यह बहुत शातिर है। इधर प्रोफेसर जब विश्वविद्यालय में आया तो उसके साथी शिक्षकों द्वारा पूछा जा रहा है आपसे टीम ने क्या पूछा था। इस पर प्रोफेसर कह रहा है कि मैंने तो टीम को बोल दिया मैं और मेरे कुछ साथी इस्तीफा देने वाले हैं। यह सुनकर साथी शिक्षक बोल रहे हैं कि प्रोफेसर ऐसे ही लंबी- लंबी मार रहा है।
इधर एक दूसरे प्रोफेसर से एसटीएफ ने संस्कृति भवन और शिवाजी मंडप दिखाने के लिए कहा था। सूत्रों का कहना है कि प्रोफेसर ने कहा है कि उनकी तबीयत बिगड़ गई है, जबकि प्रोफेसर आराम से घूम रहे हैं। यह प्रोफेसर साहब भी टीम की रडार पर हैं। एसटीएफ के डर से इनकी भी हालत खराब है।