आगरा। मलपुरा में दिवाली पर हुई आठ वर्षीय बालिका की हत्या के मामले में एक युवक को शक के आधार पर पूछताछ के लिए पकड़ा गया है।फिलहाल वह हत्या की सही वजह नहीं बता रहा है। पुलिस उससे हत्या का कारण जानने का प्रयास कर रही है।
गुरुवार की शाम बालिका अपने घर के बाहर खेल रही थी। अचानक गायब हो गई थी। कोई सुराग नहीं मिलने पर परिजनों ने मलपुरा पुलिस को सूचना दी थी। शुक्रवार की सुबह दक्षिणी बाईपास के पास झाड़ियों में बंद बोरे में बालिका का शव मिला था। ग्रामीणों ने वारदात के विरोध में दक्षिणी बाईपास पर जाम लगा दिया था। पुलिस ने जल्द खुलासे का आश्वासन देकर ग्रामीणों को शांत किया था। बालिका के मुंह में नमकीन का पाउच और कपड़ा ठूंसा गया था। गला दबाकर उसकी हत्या की गई थी।
डीसीपी पश्चिम सोनम कुमार अवकाश पर हैं। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि हत्याकांड के खुलासे के लिए पांच टीमें लगाई गई थीं। पुलिस ने 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले। बालिका आखिरी बार जिस कैमरे में कैद हुई थी उसके पीछे गांव का दुष्यंत भी दिखा। पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया। उसने पुलिस से झूठ बोला। यह मानने को तैयार नहीं था कि शाम को बालिका उसे मिली थी। पुलिस ने उसे फुटेज दिखाई। उससे पूछताछ हुई तो वह हत्या की बात तो कबूल करने लगा मगर वजह नहीं बता रहा है। जब ज्यादा दबाव बनाया गया तो उसने जो वजह बताई वह अटपटी लगी। उससे पूछताछ जारी है। पुलिस फोरेंसिक साक्ष्य संकलित करने में जुटी हुई है। पुलिस अनुमान लगा रही है कि हत्या की दो में से कोई एक वजह है। बालिका ने कुछ ऐसा देख लिया था जिसका खुलासा आरोपित को मुसीबत में डाल देता। इसी वजह से उसने बालिका को मार डाला। यह वजह नहीं है तो बालिका को उसने बुरी नीयत से पकड़ा होगा। इस वजह के होने की पुलिस को कम ही संभावना है। आरोपित अपनी कमीज के अंदर बोरा छिपाकर लेकर आया था। इससे इतना तो साफ है कि उसने पहले ही बालिका की हत्या की योजना बना ली थी।