आगरा। तीन लोगों के द्वारा मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से अवैध पिस्टल लाकर यूपी सहित कई राज्यों में बेची जा रही थी। देर रात वह बिक्री के लिए 10 पिस्टल और लेकर आए थे। एसटीएफ को सूचना मिल गई। एसटीएफ ने वाटर वर्क्स पर तीनों लोगों को अवैध पिस्टल सहित पकड़ लिया। पिस्टल उन्होंने गाड़ी के चेंबर में छुपा कर रखी थीं।
बता दें कि एसटीएफ इंस्पेक्टर हुकुम सिंह को सूचना मिली कि कुछ लोग मध्य प्रदेश से पिस्टल बिक्री के लिए लेकर आ रहे हैं, वह वाटर वर्क्स होकर निकलेंगे। उन्हें पकड़ने के लिए उन्होंने जाल बिछा दिया। जैसे ही उन्हें बोलेरो आती हुई दिखी उन्होंने उसे रोक लिया। बोलेरो के चेंबर में आरोपियों ने अवैध पिस्टल छिपा रखी थी। एक के बाद एक 10 पिस्टल इसके अंदर से निकली। इसके बाद एसटीएफ उन्हें कमला नगर थाने में ले गई। यहां ले जाकर उनके नाम पूछे गए। तीनों ने अपने नाम श्री भगवान, कुशल चौहान, संतोष शर्मा बताए। कुशल चौहान मुख्य सरगना है। दो का आपराधिक इतिहास भी निकला है। संतोष शर्मा ग्वालियर से पिस्टल बिक्री और नकली दवाओं के मामले में निबोहरा से जेल जा चुका है। श्री भगवान शमशाबाद थाने से वाहन चोरी में जेल जा चुका है। पूछताछ में कुशल चौहान ने बताया कि वह तीन से चार साल से इस काम को कर रहे हैं। एमपी और महाराष्ट्र से 10 से 12 हजार में वह पिस्टल खरीद कर लाते हैं और उसकी 30 से 35 हजार में बिक्री करते हैं। अब तक उन्होंने नोएडा, गाजियाबाद राजस्थान सहित कई जगहों पर पिस्टल की सप्लाई की है। अंबा और फतेहाबाद में भी उन्हें पिस्टल की सप्लाई करनी थी। फतेहाबाद में किस व्यक्ति के द्वारा पिस्टल क्यों खरीदी जा रही थी, पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है।