आगरा। एएनएम प्रशिक्षण केंद्र में बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। सीएमओ ने कहा कि पेड़ कटने से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर हो रहा है।
सीएमओ ने कहा कि पेड़ पौधों की कटाई और प्रदूषण के जरिए पर्यावरण में असंतुलन पैदा हो रहा है। क्लाइमेट चेंज के कारण वेक्टर जनित रोगों के प्रसार में वृद्धि हुई है। वर्तमान की स्थिति मच्छर प्रजनन के लिए काफी अनुकूल है। इस के लिए समुदाय के संवेदीकरण और मच्छरों के प्रजनन श्रोतों को समाप्त करने में सभी की भागीदारी की आवश्यकता है।
सीएमओ ने बताया कि लार्वा श्रोतों को समाप्त करने के लिए पानी के बर्तन, ड्म, टंकी आदि ढक कर रखें। सप्ताह में एकबार पानी के बर्तनों को खाली कर लीजिए, जिन स्थानों में पानी का इकट्ठा होना रोका न जा सके वहां के पानी में कुछ बूंदें मिट्टी का तेल या ट्रेक्टर का जला मोबिलऑइल डाल दीजिये।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जीवनीमंडी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस पर ओपीडी में आने वाली गर्भवती और तीमारदारों को क्लाइमेट चेंज के समय सतर्कता बरतने के लिए जागरूक किया गया। पर्यावरण में असंतुलन के कारण भी लोगों को अत्यधिक गर्मी और हीट वेव का प्रकोप झेलना पड़ रहा है। ऐसे हालात सबसे अधिक खतरा गर्भवती और गर्भस्थ शिशु के लिए पैदा करते हैं। सुरक्षित मातृत्व के लिए ये हालात बदलने जरूरी हैं। उन्होंने बताया कि अत्यधिक गर्मी के कारण हुए निर्जलीकरण से गर्भवती के रक्तचाप के भी कम होने की संभावना होती है। जब रक्तचाप कम होता है तो वह पेट में पल रहे बच्चे के लिए भी दिक्कतें पैदा कर देता है।











