आगरा। आगरा कमिश्नरेट में भ्रष्टाचार चरम पर है। यहां पीड़ितों का जमकर शोषण हो रहा है, उनसे जमकर वसूली हो रही है। इस बात का प्रमाण आगरा के अधिकारी खुद निलंबन की कार्रवाई कर दे रहे हैं। अनुशासनहीनता और पैसे लेने के मामले में दो दिन में अब तक 56 पुलिसकर्मी निलंबित किया जा चुके हैं। पूरे उत्तर प्रदेश में इतने पुलिसकर्मी कहीं भी निलंबित नहीं किए गए हैं। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आगरा में पुलिस निरंकुश है।
बुधवार को डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय के द्वारा शहर जोन के 31 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया था। इन्हें पैसे के लेनदेन और अनुशासनहीनता के चलते निलंबित किया गया था। आलम यह है की अंडर ट्रेनी दरोगा भी फरियादियों से पैसे मांग रहे थे। गुरुवार को डीसीपी पश्चिम सोनम कुमार के द्वारा भी 23 पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है। इनमें बसई जगनेर थाने में तैनात उप निरीक्षक रामजस यादव, अछनेरा थाना में तैनात उप निरीक्षक प्रताप सिंह, सैया थाने में तैनात उप निरीक्षक सत्येंद्र त्रिपाठी, इरादत नगर थाने में तैनात प्रशिक्षु उप निरीक्षक करण सिंह, किरावली थाने में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर अभय कुमार, इरादत नगर थाने में तैनात हेड कांस्टेबल आदित्य कुमार, एत्मादपुर थाने में तैनात हेड कांस्टेबल सौरव चौहान, खेरागढ़ थाने में तैनात हेड कांस्टेबल रामकुमार, बसई जगनेर थाने में तैनात हेड कांस्टेबल उपेंद्र सिंह, मलपुरा थाने में तैनात उर्दू अनुवादक उमर दराज, अछनेरा थाने में तैनाद कांस्टेबल अमित कुमार, इरादत नगर थाने में तैनात कांस्टेबल विकास कुमार, खेरागढ़ थाने में तैनात कांस्टेबल कुलदीप कुमार, खेरागढ़ थाने में तैनात कांस्टेबल अक्षय कुमार, जगनेर थाने में तैनात कांस्टेबल योगेंद्र कुमार, जगनेर थाने में तैनात कांस्टेबल सौरभ प्रताप, मलपुरा थाने में तैनात कांस्टेबल सत्येंद्र चौधरी, सैया थाने में तैनात अंकुर, सैया थाने में तैनात कांस्टेबल दिग्विजय सिंह, सैया थाना में थाना कांस्टेबल अरुण कुमार बरन थाने में तैनात कांस्टेबल श्यामवीर सिंह, खंदौली थाने में तैनात कांस्टेबल प्रवीण कुमार, सैया थाने में तैनात कांस्टेबल रविकांत को निलंबित किया गया है। डीसीपी पूर्वी अतुल शर्मा के द्वारा भी दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। इनमें शमसाबाद थाने में तैनात अंडर ट्रेनी उप निरीक्षक मनाली चौधरी, डौकी थाने में तैनात हेड कांस्टेबल सुबोध कुमार शामिल हैं।