आगरा। आगरा के चांदी कारोबारी की पटना में गोली मारकर हत्या के मामले में पटना पुलिस की एक टीम ने मथुरा के गोविंदनगर थाना क्षेत्र में दबिश देकर दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक, चांदी कारोबारी हत्याकांड में दो शूटर सीसीटीवी में कैद हुए थे। साथ ही एक एक्सयूवी 500 भी देखी गई। पुलिस की जांच के अनुसार हत्या में इस गाड़ी को प्रयुक्त किया गया था। पटना पुलिस जांच करते हुए मंगलवार को मथुरा पहुंची। वहां के थाना गोविंदनगर क्षेत्र निवासी चांदी कारोबारी हरिबाबू के बेटे निखिल अग्रवाल को पकड़ा। उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने जैंत क्षेत्र के गांव वाटी निवासी जितेंद्र को पकड़ा। निखिल की गाड़ी को भी कब्जे में लिया। निखिल और जितेंद्र के साथ गाड़ी को पुलिस अपने साथ पटना ले गई। पटना पुलिस का कहना है कि निखिल से पूछताछ में हत्याकांड से जुड़े कई रहस्यों से पर्दा उठेगा।
चांदी कारोबारी हत्याकांड में पकड़े गए निखिल अग्रवाल के पिता हरिबाबू मृतक अवधेश अग्रवाल को अच्छे से जानते थे। पटना पुलिस को पता चला है कि प्रदीप जैन उर्फ बब्बे के समय से दोनों की आपस में पहचान थी। प्रदीप जैन ने सीबी चेंस का पटना में डिस्ट्रीब्यूटर अवधेश अग्रवाल को बनाया था। वर्ष 2005 में प्रदीप जैन उर्फ बब्बे की हत्या हुई थी। बब्बे की हत्या के बाद कारोबार की बागडोर उनके छोटे भाई धनकुमार जैन ने संभाली। उन्होंने 2014 में अवधेश से सीबी की डिस्ट्रीब्यूटरशिप छीन ली थी। अवधेश से पटना का कारोबार लेने के बाद मथुरा निवासी हरिबाबू को दिया था। पुलिस ने इस मामले में अब हरिबाबू के बेटे निखिल को पकड़ा है।