- एटा। चुनावी दौर में अब जब पूरे जिले में चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात है, उसके बावजूद दो बड़ी घटनाएं हो गई। दोनों घटनाओं से कानून व्यवस्था पर तमाम सवाल खड़े हो गए हैं।
घंटाघर से सब्जी लेकर घर लौट रहे एटा के वरिष्ठ वकील रविंद्र सहाय को बजरंग होटल के निकट कुछ लोगों ने पुलिसवाला बनकर नाटकीय ढंग से हेलमेट और मास्क चेक करने के नाम पर लूट लिया। लुटेरे उनकी सोने की जंजीर और अंगूठी लेकर फरार हो गए। यह घटना पुलिस की नाक के नीचे हुई है। कोतवाली शहर क्षेत्र में हुई इस घटना से हड़कंप मच गया है।
दूसरी घटना अवागढ़ में हुई। एक 5 वर्षीय बालिका का शव पुलिस ने बरामद किया है। बालिका की हत्या की गई है। वह व्यापारी की बेटी है। इस घटना को लेकर चुनावी माहौल में व्यापारियों में उबाल हैं। घटना की जानकारी मिलते ही एटा से व्यापार मंडल के अध्यक्ष अतुल राठी पहुंचे और पुलिस अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि घटना का पर्दाफाश जल्दी नहीं हुआ तो वे बाजार बंद और आंदोलन का रास्ता भी अपना सकते हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि चुनावी दौर में पुलिस कानून व्यवस्था को क्यों नहीं संभाल पा रही है।