-गौरव प्रताप सिंह-
आगरा। डॉक्टर भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय की परीक्षाएं अव्यवस्थाओं के बीच में आज से शुरू हो गई हैं। सुबह 5:00 बजे कॉलेजों की लॉगिन आईडी पर प्रवेश पत्र डाले गए। इसके बाद छात्र प्रवेश पत्र लेकर केंद्रों पर परीक्षा देने पहुंचे। इसके साथ ही नोडल सेंटर से आधे घंटे पहले कॉपियां दी गई। नोडल सेंटर पर भी सुबह ही कॉपियां पहुंची हैं। कॉपियां लेकर केंद्रों का स्टाफ तेजी से अपने कॉलेजों की ओर दौड़ा। दो कॉलेजों पर 15 मिनट देरी से परीक्षा शुरू हुई।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्नातक और परास्नातक कोर्स की परीक्षाएं आज से शुरू हो गई हैं। सुबह की पाली में ना के बराबर छात्रों की परीक्षा थी। दूसरी पाली में छात्रों की संख्या थोड़ी सी सही थी। इधर रात के 11:00 बजे तक प्रवेश पत्र कॉलेजों की लॉगिन आईडी पर विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं डाल पाया था। सुबह 5:00 बजे यह डाले गए। इसके बाद कॉलेज संचालकों ने छात्रों को यह वितरित किए। केंद्रों से स्टाफ जब नोडल सेंटरों पर कॉपिया लेने पहुंचा तो वहां बताया गया कि कापियां काफी कम संख्या में आई हैं। आगरा कॉलेज नोडल सेंटर बना हुआ है। वहां से संबद्ध जो केंद्र हैं उन केंद्रों के स्टाफ से कहा गया कि अभी स्नातक की 250 कॉपी का बंडल ले जाइए। विश्वविद्यालय प्रशासन ने बहुत कम संख्या में कॉपियां भेजी हैं।
सोमवार सुबह परास्नातक कोर्स की बड़ी परीक्षा है। परास्नातक की कॉपियां मांगने पर नोडल सेंटर स्टाफ ने हाथ खड़े कर दिए। नॉलेज सेंटर स्टाफ ने कहा कि आप विश्वविद्यालय में जाकर ही लीजिए। वहां से एक भी कॉपी अभी नहीं आई है। इधर सवाल यह खड़े हो रहे हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन हमेशा एक दिन पहले ही केंद्र बनाता है। प्रवेश पत्र भी आधा एक घंटा पहले डाले जाते हैं। आखिर यह काम परीक्षाओं से दो-चार दिन पहले क्यों नहीं किया जाता है। इधर कुलपति प्रोफेसर आशु रानी के द्वारा दूसरी पाली में सेंट जॉन्स कॉलेज का निरीक्षण किया गया। इस दौरान कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह भी उनके साथ मौजूद थे।