आगरा। डॉ. भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति द्वारा जो निर्णय लिए जा रहे हैं, उन्हें देखकर एससी-एसटी कर्मचारी संघ आग बबूला है। एसोसिएशन के महामंत्री ने कुलपति को पत्र लिखकर उनके द्वारा लिए जा रहे निर्णय को रोकने की मांग की है।
एससी- एसटी एसोसिएशन के महामंत्री डॉ. आनंद टाइटलर ने कुलपति को दिए पत्र में लिखा है कि विश्वविद्यालय में वर्तमान में करीब 50 स्थाई शिक्षक तैनात हैं। इसके अलावा कई संविदा शिक्षक और अतिथि प्रवक्ता भी हैं। इन सभी के सापेक्ष आवासीय संस्थानों में छात्रों की संख्या बहुत कम है। ऐसे में 50 स्थाई शिक्षक और रखे जाने का यहां कोई औचित्य नहीं है। 50 शिक्षक रखे जाने से विश्वविद्यालय को वित्तीय हानि होगी। इसलिए इस भर्ती प्रक्रिया को रोकने की उन्होंने कुलपति से बात कही है। इसके अलावा उन्होंने पत्र में लिखा है कि कुलपति शुभ्राटेक एजेंसी का करोड़ों रुपए का भुगतान करने जा रहे हैं। यह एजेंसी छात्रों का गोपनीय डाटा लेकर भाग गई थी। इसके खिलाफ f.i.r. कराई गई थी। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। फिर भी इसे भुगतान किए जाने की तैयारी की जा रही है। जबकि एजेंसी पर डाटा लेकर भागने के मामले में मानहानि का वाद कुलपति को दायर करना चाहिए।
उन्होंने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि सुरक्षा एजेंसी पर लाखों रुपए खर्च हो रहे हैं। इसके बावजूद विश्वविद्यालय में कोई भी हंगामा होता है तो उसे शांत करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ता है। इसलिए सुरक्षाकर्मियों की यहां कोई आवश्यकता नहीं है। सुलतानगंज की पुलिया और गोपालकुंज में करीब 60 करोड रुपए की लागत से कार्य कराए जाने का उन्होंने विरोध किया है। पत्र में कहा है कि निर्माण कार्य की कोई आवश्यकता नहीं है। इसी प्रकार उन्होंने शिक्षकों से सिर्फ पढ़ाने का ही कार्य कराने और चार्टों का जल्द से जल्द डिजिटाइजेशन कराने की मांग की है।