आगरा। शाहगंज थाना पुलिस दिल्ली के टप्पेबाज गैंग को छोड़ने के मामले में सुर्खियों में छाई हुई है। सबसे ज्यादा सुर्खियों में यह बात छाई हुई है की गैंग जो अपने साथ चोरी का सोना बेचने के लिए लाया था वह कहां पर है? क्या पुलिस इतनी भोली है कि गैंग को छोड़ भी दे और सोना भी वापस कर दे? हालांकि पुलिस कमिश्नर ने मामले को गंभीरता से लिया है। वह खुद ही मामले की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
जनकपुरी के दौरान शाहगंज थाने में एक मामला आया था। सीओडी चौराहे के पास एक दुकान है। दुकानदार को टप्पेबाज सोना बेचकर गए थे। उसने टंच चेक कराया तो कम निकला। व्यापारी को लगा उसके साथ ठगी हो गई। उसने एक चौकी प्रभारी से संपर्क किया। कहा कि उसके साथ ठगी हो गई। चौकी प्रभारी ने उससे कहा कि सोना बेचने वालों को दोबारा बुलाए। कहे कि दस लाख का माल लेकर आएं। व्यापारी ने ऐसा ही किया। चारों टप्पेबाज आ गए। पुलिस ने दबोच लिया। पूछताछ में पता चला कि उन्होंने सोना कोतवाली क्षेत्र में सुमित से गलवाया था। पुलिस ने उसे भी उठा लिया। टप्पेबाजों की सूचना देने वाले व्यापारी को भी पुलिस थाने ले आई। उससे कहा कि उसने चोरों से सोना कैसे खरीदा। एक रात सभी आरोपित थाने में रहे। दूसरे दिन पुलिस ने सभी को छोड़ दिया। जबकि पूछताछ में यह पता चल गया था वह दिल्ली में टप्पेबाजी करते हैं। चोरी का सोना बेचने के लिए आगरा में आते हैं। फिर भी गैंग को छोड़े जाने के बाद यह घटना पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बनी। मामला अधिकारियों के संज्ञान में आया तो डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने जांच की। गैंग को छोड़ा जाना सही पाया गया। अंडर ट्रेनिंग दरोगा सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। पुलिसकर्मियों के निलंबन के बाद सवाल खड़े हो रहे हैं कि जब गैंग को छोड़ा गया है तो आखिर वह जो सोना लेकर आए थे वह कहां गया? क्या पुलिस ने उन्हें वह सोना वापस ले जाने दिया? या फिर पुलिस ने ही सोना हजम कर लिया? कहीं सोने को लेकर बड़ा खेल तो नहीं हो गया? सवाल यह भी खड़े हो रहे हैं कि मामले में बड़े जिम्मेदार बचे हुए हैं। क्या अंडर ट्रेनिंग दरोगा की इतनी मजाल है कि वह गैंग को थाने से छोड़ दे?
मामले को गंभीरता से लिया गया है। इसमें जांच कराई जा रही है। अगर कोई शिकायत करता है तो पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा। इंस्पेक्टर और चौकी प्रभारी की संलिप्तता की भी जांच कराई जा रही है।
जे रविन्द्र गौड़, पुलिस कमिश्नर