आगरा। डॉक्टर भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय के 13 अप्रैल को होने जा रहे दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. एमएम सालुंखे होंगे। शनिवार को उनका नाम फाइनल हो गया है।
बता दें कि सत्र 2021-22 का 13 अप्रैल को दीक्षांत समारोह मन रहा है। इसमें 152 मेडल मिलाकर कुल 165 पदक प्रदान किए जाएंगे। मेडल की संभावित सूची को विश्वविद्यालय की ओर से वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है। छात्रों से आपत्ति मांगी जा रही हैं। निस्तारण के बाद विश्वविद्यालय अंतिम सूची जारी कर देगा। इस बार दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि कौन होंगे। यह देखने के लिए सभी की निगाहें टिकी हुई थी। शनिवार को मुख्य अतिथि का नाम तय हो गया है। कुलसचिव विनोद कुमार सिंह ने बताया कि माणिकराव माधवराव सालुंखे भारती विद्यापीठ डीम्ड विश्वविद्यालय, पुणे सहित कई विवि के कुलपति रहे हैं। उन्होंने 1979 में शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर से कार्बनिक रसायन विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। डॉ. सालुंखे की अनुसंधान रुचियों में पोलीमेरिक अभिकर्मकों, ओलिगोन्यूक्लियोटाइड्स और आयनिक तरल जैसे क्षेत्र शामिल हैं, जिनमें उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
उन्हें 1995 में मुंबई में प्रतिष्ठित विज्ञान संस्थान (पूर्व रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बॉम्बे) में कार्बनिक रसायन विज्ञान का प्रोफेसर नियुक्त किया गया था, जहां वे बाद में रसायन विज्ञान विभाग (1997) के प्रमुख और तत्कालीन निदेशक (2000-2004) बने। उनके नेतृत्व में संस्थान ने खुद को विज्ञान में उन्नत अध्ययन और अनुसंधान के लिए भारत में अत्यधिक प्रशंसित केंद्रों में से एक के रूप में स्थापित किया।
शिक्षा क्षेत्र में अपने शानदार करियर के दौरान, डॉ. सालुंके ने शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर के कुलपति, राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति, यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र मुक्त विश्वविद्यालय, नासिक के कुलपति पद भी संभाले। डॉ. सालुंखे के पास 150 से अधिक शोध प्रकाशन और एक पेटेंट का श्रेय है, उनमें से अधिकांश उच्च प्रभाव कारकों की अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में हैं, उनकी अकादमिक विशिष्टताओं में रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री, यूके के फेलो, अमेरिकन केमिकल सोसाइटी के सदस्य, इंडियन केमिकल सोसाइटी के फेलो / सदस्य, महाराष्ट्र एकेडमी ऑफ साइंस, बायो-ऑर्गेनिक सोसाइटी ऑफ इंडिया, इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर न्यूक्लियोसाइड्स जैसे सम्मान शामिल हैं। सराहनीय योगदान के लिए उन्हें महाराष्ट्र सरकार का सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।