आगरा। डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के कुछ अधिकारी, प्रोफेसर और कर्मचारी लखनऊ में पूछताछ के लिए बुलाए जा रहे हैं। इनको बुलाए जाने के बाद इनके पसीने छूट रहे हैं। वह दीवानी में अधिवक्ताओं के पास सलाह लेने के लिए दौड़ लगा रहे हैं। कुछ को तो यह भी डर सता रहा है कि कहीं टीम उन्हें वहीं से जेल भेज दे। इसलिए वह जमानत के लिए भी अधिवक्ताओं से बात कर रहे हैं।
पूर्व कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक के कार्यकाल और विश्वविद्यालय में अब तक हुए फर्जीवाड़ों की एसटीएफ के द्वारा जांच की जा रही है। लखनऊ एसटीएफ टीम के द्वारा विश्वविद्यालय के कई लोग पूछताछ के लिए बुलाए गए हैं। सूत्रों की मानें तो इनमें एक सहायक कुलसचिव और एक पूर्व में रहे सहायक कुलसचिव, कंप्यूटर साइंस के एक प्रोफेसर जो कि एक संस्थान के निदेशक भी हैं, गणित विभाग के एक प्रोफेसर, पूर्व वित्त अधिकारी, वित्त विभाग में तैनात रहे एक बाबू, कंप्यूटर विभाग के एक प्रोग्रामर का नाम शामिल है। इनको पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद विश्वविद्यालय में खलबली मची हुई है।