आगरा। यमुनापार के एक हड्डी के डॉक्टर ने मरीज के सही पैर का ऑपरेशन कर दिया। दर्द से कराह रहा मरीज दोबारा अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टर ने कहा नस में खिंचाव होने की वजह से दर्द हो रहा है। पैर का एक्सरे कराने पर सच्चाई सामने आई कि जिस पैर में चोट लगने के बाद ऑपरेशन किया जाना चाहिए था उसका नहीं किया गया है। जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आवल खेड़ा के गांव शेर खान निवासी योगेंद्र पुत्र प्रेमपाल सिंह का खंदारी पर 23 जनवरी को बाइक से एक्सीडेंट हो गया था, उसी दिन शाम को परिजनों ने उन्हें यमुना पार स्थित सड़ाना हॉस्पिटल में भर्ती कराया था।
परिजनों के मुताबिक डॉक्टर ने ऑपरेशन करने की बात कही और अगले दिन 24 जनवरी को योगेंद्र के सीधे पैर का ऑपरेशन कर दिया। 30 जनवरी को उन्हें छुट्टी दे दी गई। परिजन योगेंद्र को अपने साथ घर ले गए। योगेंद्र के उल्टे पैर में दर्द होना बंद नहीं हुआ और वह लगातार बढ़ता ही जा रहा था, जिसके बाद परिजन 2 मार्च को दोबारा योगेंद्र को सड़ाना हॉस्पिटल लेकर आए। परिजनों ने योगेंद्र के उल्टे पैर में दर्द अधिक होने की बात कही। परिजनों के मुताबिक डॉक्टर ने पैर की नस का खिंचाव होने की बात कहते हुए वापस लौटा दिया। परिजनों ने इसके बाद दूसरे स्थान पर योगेंद्र के पैरों का एक्सरा कराया, जिसमें निकल कर आया कि योगेंद्र के सीधे पैर में तो किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं थी जबकि उल्टे पैर में अभी भी चोट है। इसके बाद परिजन योगेंद्र को लेकर यमुनापार के उसी हॉस्पिटल में वापस आ गए और उन्होंने जब डॉक्टर से कहा कि आपने सही उपचार नहीं किया है। यह सुनकर डॉक्टर चुप हो गया। सूचना पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंच गई। इस संबंध में एसीएमओ एके अग्निहोत्री ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है।