आगरा। सत्ता पाने की लालसा ने लाखों लोगों को विभाजन की विभीषिका का कभी न मिटने वाला दर्द दिया है। अब फिर विभाजन विभीषिका दिवस जैसी स्थिति कभी नहीं आने दें। इस बात का संकल्प लें। यह कहना था उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का।
उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने सूरसदन प्रेक्षागृह प्रांगण में लगी विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस चित्र प्रदर्शनी, स्टॉल का अवलोकन किया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा संपूर्ण भारत देश व उत्तर प्रदेश का कोई ऐसा शहर नहीं है, जिसमें विभाजन के बाद पाकिस्तान, बांग्लादेश से अपना घर, परिवार, व्यापार, खेत खलिहान छोड़कर शरणार्थी न आए हों। उन जगहों से भारत की सीमा तक आने तक उनकी जान माल की कोई गारंटी नहीं थी, कितने बच्चे अनाथ हुए परिवार उजड़े, मां, बहनों के साथ बलात्कार, लूट हुई। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लोग प्रांगण में लगी विभाजन की चित्र प्रदर्शनी को जरूर देखें, जिसमें दिखाया गया है कि हम सभी के पुरखों ने क्या क्या यातनाएं सही हैं। इतिहास में दर्ज आजादी के संघर्ष के पन्ने देखें उसमें पता चलेगा कि 30 करोड़ हिन्दुओं को किसी ने भी नहीं पूछा कि वे विभाजन चाहते हैं या अखंड भारत। कुर्सी के मोह में कांग्रेस पार्टी ने विभाजन स्वीकार किया। गांधी जी ने भी कहा था कि मेरे शरीर के टुकड़े होने पर ही देश का विभाजन होगा।
आज हमारे बीच गिने चुने लोग ही विभाजन को प्रत्यक्ष देखने वाले बचे हैं, विभाजन झेलने वाले परिवारों से बात कीजिए, आज भी उनके पास अपने घर की रजिस्ट्री, मकानों के फोटो, नक्शे रखे हैं, उनकी पीड़ा किसी ने नहीं समझी। 2014 में मोदी की सरकार आने पर एक भारत श्रेष्ठ भारत बनाने की हमने बात की। 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने की बात मोदी जी ने की भारत में गरीबी न रहे, बेरोजगारी मुक्त भारत’, विश्व की महा शक्ति बने भारत की बात की।
कार्यक्रम में सांसद फतेहपुर सीकरी राजकुमार चाहर, राज्यसभा सांसद नवीन जैन, भाजपा महानगर अध्यक्ष भानु महाजन, एमएलसी विजय शिवहरे, विधायक पुरषोत्तम खंडेलवाल, जीएस धर्मेश, छोटे लाल वर्मा, रानी पक्षालिका, मेयर हेमलता दिवाकर, बबिता चौहान, महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित, जिला महामंत्री, संतोष कटारा, राजकुमार गुप्ता, मुनेंद्र जादौन, राहुल सागर, महेश शर्मा, रश्मि धाकड़, रोहित कत्याल, नवीन गौतम, संजय अरोरा, मनोज गर्ग, शेलू पंडित आदि उपस्थित रहे