आगरा। सिटी स्टेशन रोड पर हुए हादसे के बाद बीच-बीच में मिट्टी धसक रही है। इस वजह से आसपास के ऐसे 30 घर चिन्हित किए गए हैं जो हादसे का शिकार हो सकते हैं। इन घरों में रहने वाले लोगों के रुकने के लिए जीवनी मंडी स्थित एक शेल्टर होम में व्यवस्था की गई है लेकिन रात में 8:00 बजे तक यहां कोई नहीं पहुंचा था। बताया जा रहा है कि लोग अपने रिश्तेदारों या मिलने जुलने वालों के यहां पहुंच रहे हैं।
गुरुवार सुबह सिटी स्टेशन रोड पर बेसमेंट की खुदाई की वजह से छह मकान ढह गए थे। एक चार साल की बच्ची की भी मौत हो गई है। पुलिस के द्वारा बिल्डर, खुदाई कराने वाले और जमीन के मालिक की गिरफ्तारी कर जेल भेज दिया गया है। बिल्डर हरेश परिवार सहित मुरादाबाद चला गया था। पुलिस ने उसकी वहां से गिरफ्तारी की है। रात में कई और मकानों में दरारें आई हैं। इसके बाद शुक्रवार सुबह से लेकर दोपहर के चार बजे तक नगर निगम, पीडब्ल्यूडी की टीम ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बीच-बीच में मिट्टी धसक रही है। इस वजह से कुछ और मकान खतरे में आ सकते हैं। ऐसे मकानों की गिनती शुरु की गई तो वह 30 तक पहुंची। इन मकानों में रहने वाले लोगों को बाहर जाने के लिए कहा गया। वह अपना कीमती सामान लेकर बाहर निकल आए। इसके बाद उन्हें जीवनी मंडी स्थित एक शेल्टर होम में जाने के लिए कहा गया। प्रशासन द्वारा वहां इनके रुकने के लिए पूरी व्यवस्था कर दी गई थी लेकिन यहां कोई नहीं पहुंचा है। इधर केंद्रीय कानून राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल भी पीड़ितों से मुलाकात करने के लिए पहुंचे। केंद्रीय कानून राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार से उन्हें हर संभव मदद दिलाई जाएगी।
कैबिनेट मंत्री बोले- चेक लेना है तो लो
कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय जब मृतका के परिजनों को मुख्यमंत्री द्वारा दी गई आर्थिक सहायता का चेक देने पहुंचे थे तो एक व्यक्ति ने कहा था कि इससे क्या होगा। इस बात पर मंत्री जी नाराज हो गए। मंत्री जी ने कहा कि लेना है तो लो। मैं दूसरे तरह का नेता हूं। मंत्री जी का पीड़ित परिवार से तीखे अंदाज में बात करने का वीडियो वायरल हो गया है। कैबिनेट मंत्री के बातचीत करने का तरीका देखकर लोगों में भारी आक्रोश है।