आगरा। डॉ. भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक की सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। सीबीआई के द्वारा जांच शुरू किए जाने पर विश्वविद्यालय में खलबली मच गई है। वर्तमान अधिकारी भी घबराए हुए हैं।
पूर्व कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक के खिलाफ कमीशन लेने के आरोप में लखनऊ के इंदिरा नगर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस के द्वारा तीन लोग पकड़ कर जेल भेजे जा चुके हैं। कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक के खिलाफ एसटीएफ के द्वारा काफी साक्ष्य जुटाए गए हैं। इधर शासन ने सीबीआई जांच के लिए केंद्र से स्वीकृति मांगी थी। स्वीकृति मिलने के बाद सीबीआई ने अपने यहां केस रजिस्टर कर जांच शुरू कर दी है। सबसे पहले सीबीआई के द्वारा एसटीएफ से अभी तक की गई जांच संबंधी दस्तावेज मांगे जाएंगे। इसके बाद सीबीआई अपने तरीके से जांच शुरू करेगी। विश्वविद्यालय में भी सीबीआई के जल्द आने की चर्चाएं हैं। पूर्व कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर सोमवार को कानपुर विश्वविद्यालय के बाहर सपा के विधायक के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ। पूर्व कुलपति पाठक के चित्र पर सपा कार्यकर्ताओं ने नोटों की माला भी पहनाई।