आगरा। बेशकीमती जमीनों के जिल्द बही से असली बैनामों को गायब करके उनकी जगह फर्जी बैनामे लगाकर करोड़ों का खेल करने के मामले में पकड़े गए पांच लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
बता दें कि शहर की बेशकीमती जमीनों को कब्जाने के लिए सक्रिय गिरोह द्वारा फर्जी बैनामों के खेल का गिरोह सदर तहसील के रिकॉर्ड रूम से जिल्द बही से असली बैनामों को गायब करके उनकी जगह फर्जी बैनामे लगा देता था, जिसकी सत्यापित प्रतिलिपि तहसील से हासिल करके जमीन पर अपना दावा पेश कर देता था। जमीन के असली मालिक से सौदेबाजी करता, उसे जमीन बेचने या उसमें हिस्सेदारी देने का दबाव बनाता था। प्रशासन द्वारा पूरे मामले की जांच कराने के बाद शाहगंज थाने में 21 जनवरी को धोखाधड़ी, कूटरचित प्रपत्र तैयार करने, आपराधिक साजिश की धारा में मुकदमा दर्ज कराया था। आईपीएस विनायक भोसले के नेतृत्व में बनी एसआईटी टीम ने सेवानिवृत्त रिकॉर्ड कीपर देवदत्त शर्मा, ब्रजेश दुबे निवासी बसई खुर्द ताजगंज, सुमित अग्रवाल निवासी जैमिनी कांप्लेक्स सेक्टर चार आवास विकास कालोनी जगदीशपुरा, प्रो. भानू रावत निवासी राजामंडी लोहामंडी एवं राजकुमार निवासी बाह को गिरफ्तार किया।
आरोपियों ब्रजेश शर्मा, राजकुमार, सुमित अग्रवाल, और राजकुमार ने पूछताछ में बताया कि उन्हें इस काम के लिए प्रशांत शर्मा और अजय सिसोदिया लाखों रुपये देते थे। इंदिरापुरम सदर के रहने वाले प्रशांत शर्मा को 17 दिसंबर 2024 और राजीव नगर ताजगंज के रहने वाले अजय सिसोदिया को 17 जनवरी को सदर पुलिस जेल भेज चुकी है। एसीपी विनायक भोसले ने बताया कि फर्जी बैनामा मामले में पुलिस को अब श्यामलाल शर्मा निवासी बसई खुई ताजगंज, शिवचरण निवासी गांव सिकतरा शमसाबाद, प्रबल प्रताप सिंह निवासी आलमगंज लोहामंडी और प्रशांत शर्मा निवासी इंद्रापुरम सदर की तलाश है।