(गौरव प्रताप चौहान द्वारा)
आगरा। पूरे प्रदेश में इस समय चुनावी गर्मी छाई हुई है। आगरा के 9 विधानसभा क्षेत्रों में भी लोगों के बीच में चाय की चुस्की से लेकर खाने तक सिर्फ और सिर्फ चुनावी चर्चा ही देखने को मिल रही है। आज हम बाह, फतेहाबाद और खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र पर जनता और राजनीतिक विश्लेषकों के आधार पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहे हैं।
बाह विधानसभा क्षेत्र
इटावा के जसवंतनगर से निकलकर यमुना का पुल पार करते ही यह क्षेत्र शुरू हो जाता है। भारतीय जनता पार्टी ने यहां रानी पक्षालिका सिंह, समाजवादी पार्टी ने मधुसूदन शर्मा, कांग्रेस ने मनोज दीक्षित, बहुजन समाज पार्टी ने नितिन वर्मा पर दांव खेला है। यह सीट 1952 में अस्तित्व में आई थी। 1952 से लेकर अब तक यहां 17 विधानसभा चुनावों में 11 बार भदावर घराने का वर्चस्व रहा है। सबसे पहले महाराजा रिपुदमन सिंह चार बार यहां से विधायक चुने गए थे। उनके बाद उनके पुत्र राजा अरिदमन सिंह 6 बार, राजा अरिदमन सिंह की पत्नी पक्षालिका सिंह एक बार यहां से विधायक चुनी जा चुकी हैं। यहां 3,32,733 कुल मतदाता हैं। इनमें 1,81,881 पुरुष और 1,50,837 महिला मतदाता हैं।
फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र
यह सीट पहले फिरोजाबाद सीट का हिस्सा थी, उस समय फिरोजाबाद जिला नहीं था 1957 के चुनाव के बाद फिरोजाबाद से फतेहाबाद प्रथक हो गया और यह सीट अस्तित्व में आ गई। यहां से भारतीय जनता पार्टी ने छोटे लाल वर्मा, समाजवादी पार्टी ने रूपाली दीक्षित, बहुजन समाज पार्टी ने शैलू जादौन, कांग्रेस ने होतम सिंह निषाद को प्रत्याशी बनाया है। समाजवादी पार्टी ने पहले यहां पर किसी और को टिकट दी थी लेकिन एक दिन बाद ही टिकट रूपाली दीक्षित को दे दी गई। रूपाली दीक्षित के पिता पंडित अशोक दीक्षित आजीवन कारावास में जेल में बंद हैं। यहां पर समाजवादी पार्टी आज तक जीत का झंडा नहीं फहरा सकी है। यहां पर मतदाताओं की बात करें तो 3,21,656 कुल मतदाता हैं। इनमें 1,73,956 पुरुष और 1,47,693 महिला मतदाता हैं। इस सीट पर इस बार चुनाव रोचक देखने को मिल सकता है। यहां वर्तमान में भाजपा, बसपा और सपा के बीच त्रिकोणीय संघर्ष माना जा रहा है।
खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र
1992 में यह सीट अस्तित्व में आई। यहां कांग्रेस जनता पार्टी जनता दल भाजपा बसपा के प्रत्याशी चुनाव जीतते रहे हैं। इस सीट पर भी आज तक सपा का कोई प्रत्याशी नहीं जीता है। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने यहां पूर्व विधायक भगवान सिंह कुशवाहा, कांग्रेस ने रामनाथ सिकरवार, बहुजन समाज पार्टी ने गंगाधर कुशवाहा, समाजवादी पार्टी और रालोद गठबंधन ने रौतान सिंह को प्रत्याशी बनाया है। प्रत्याशी दिगंबर सिंह धाकरे ने निर्दलीय पर्चा दाखिल किया था। इसके बाद उन्होंने अपना पर्चा वापस लेते हुए कांग्रेस प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार को अपना समर्थन दे दिया है। यहां पर मतदाताओं की बात करें तो 3,26,933 कुल मतदाता हैं। इनमें 1,77,963 पुरुष 1,64,030 महिला मतदाता हैं। इस सीट पर भी इस बार चुनाव रोचक देखने को मिल सकता है।