आगरा। एक मां अपने 10 साल के बेटे का मानसिक आरोग्यशाला में उपचार कराने के लिए संत कबीर नगर से आई। मानसिक आरोग्यशाला में जिम्मेदारों ने उसे भर्ती नहीं किया। इसके बाद परिवार फुटपाथ पर रहने लगा। उन्होंने बच्चे को जंजीर से बांध दिया, जिससे वह कहीं भाग न जाए। बच्चे को जंजीर में बंधा देखकर जिसकी भी नजर पड़ी वह हैरान हो गया।
संत कबीर नगर की रहने वाली महिला के 10 वर्षीय बेटे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, उसे किसी ने बताया कि आप आगरा में मानसिक आरोग्यशाला में चले जाइए। उपचार होने के बाद वह सही हो जाएगा। वह उसे वहां से उपचार के लिए आगरा ले आईं। यहां जब मानसिक आरोग्यशाला में गई तो स्टाफ ने अभद्रता करते हुए उन्हें वहां से भगा दिया। परिवार फुटपाथ पर रहने लगा। वह अपने बेटे को खुला भी नहीं छोड़ सकती थी। ऐसे में उनके द्वारा उसे जंजीर से बांध दिया गया। यह फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। इसके बाद समाजसेवी और नगर निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बच्चे को लेकर मानसिक आरोग्यशाला लेकर पहुंचे। निदेशक दिनेश राठौर ने मामले को मीडिया में सुर्खियों में आता देख बच्चे को भर्ती कर लिया है। लेकिन सवाल यह भी है कि उन जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई होगी जिन्होंने बच्चों को भर्ती नहीं किया था।