ऋषि चौहान
एटा। लोधी राजपूत बाहुल्य मारहरा विधानसभा सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय नजर आ रहा है। भाजपा के मौजूदा विधायक और प्रत्याशी वीरेंद्र लोधी और सपा के अमित गौरव यादव उर्फ टीटू और बसपा के योगेश के मैदान में होने से मुकाबला त्रिकोणीय है।
2017 के चुनाव में इन्हीं दो दिग्गजों के बीच मुकाबला हुआ था, उस चुनाव में भाजपा के वीरेंद्र लोधी को 92507 वोट मिले थे जबकि उनके निकटतम सपा के अमित गौरव यादव उर्फ टीटू को 59075 वोट मिले थे। बसपा के शलभ माहेश्वरी को 31,106 वोट मिले थे उस चुनाव में 9 प्रत्याशी मैदान में थे। जब के इस चुनाव में 13 प्रत्याशी मैदान में हैं। इन प्रत्याशियों में कांग्रेस के तारा सिंह भी हैं।
इतिहास गवाह है कि इस सीट पर परसीमन से जातिगत परिस्थितियां बदल गई हैं। यही सीट पहले निधौली कला के नाम से विख्यात थी तब यह सीट यादव बाहुल्य थी। इसीलिए 1993 के चुनाव में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव सीट से चुनाव लड़े थे उससे पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री राम नरेश यादव भी इस सीट पर भाग्य आजमा कर हार चुके हैं। इस सीट पर पूर्व विधायक ए के सिंह की मृत्यु के बाद उनके बेटे सपा के टिकट पर अमित गौरव यादव उर्फ टीटू चुनाव जीते थे लेकिन पिछले चुनाव में भी इस सीट की प्रवृत्ति बदलने से चुनाव हार गए। पहले यह सीट यादव बाहुल्य हुआ करती थी लेकिन अब इस सीट पर लोधी राजपूत की संख्या सर्वाधिक है।
बदली हुई परिस्थितियों में मारहरा विधानसभा सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय होगा यह तय है। इस मुकाबले में भाजपा बसपा और सपा में से कौन बाजी मारेगा यह आने वाला वक्त ही गवाही देगा। 10 मार्च को मतगणना में चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा, अभी कहना मुश्किल है। प्रारंभिक तस्वीर में फिलहाल जोड़-तोड़ का गणित खेला जा रहा है। यहां मतदान 20 फरवरी को होगा।